असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा: एम.जे. अकबर पर मंत्रियों के समूह की रिपोर्ट कहां है? आजम खान के बयान पर लोकसभा में बवाल
1 min readआजम खान: के बयान पर लोकसभा में बवाल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सूले ने कहा कि इस तरह की भाषा कतई स्वीकार्य नहीं है। उनका सिर शर्म से झुक गया है। इस तरह के व्यवहार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की वकालत करते हुये उन्होंने कहा कि यदि आज इसे स्वीकार कर लिया जाता है जो यह भविष्य के लिए गलत उदाहरण पेश करेगा।
ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन के असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वह सदन के सदस्यों की भावनाओं की इज्जत करते हैं। वहीं, उन्होंने सरकार से पूछा कि ‘मीटू’ मामले में नाम आने के बाद त्यागपत्र देने वाले पिछली सरकार में मंत्री रहे एम.जे. अकबर पर मंत्रियों के समूह की रिपोर्ट कहां है।
वित्त राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि जिन्होंने सदन के बाहर और अंदर ऐसा चेहरा दिखाया है उन्हें दुबारा मौका न मिले।
उन्होंने अध्यक्ष से अपील की कि इस मुद्दे पर किसी को राजनीति करने का अवसर न दिया जाये। तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने कहा कि किसी भी महिला के प्रति अपशब्दों का प्रयोग या दुर्व्यवहार नहीं किया जाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि जो महिलाओं का सम्मान नहीं करते उन्हें इस देश की संस्कृति के बारे में नहीं पता। इससे महिलाओं की ही नहीं सभी की भावनाओं को ठेस पहुंचा है।
जनता दल यूनाइटेड के राजीव रंजन ने कहा कि यह सदन प्रजातंत्र का मंदिर है और यहां बैठकर कोई महिलाओं का अपमान करे यह कतई बदार्श्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने भी सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
निर्दलीय सदस्य नवनीत राणा ने कहा कि कोई अपनी मां, बहन के साथ इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करेगा। खान ने कहा कि रमा देवी उनकी छोटी बहन हैं, जो छोटी बहन के सामने थोड़ा झुककर अपनी गलती स्वीकार कर लेते तो वह और बड़े हो जाते।
पहली बार सदन की सदस्य बनीं तृणमूल कांग्रेस की नुसरत जहां ने कहा कि कल जो हुआ वह उनके सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम की कनिमोई ने कहा कि यह सच्चाई है कि महिलाएं आज भी अपमानित होती हैं, सदन के भीतर भी।
उन्होंने कहा कि जब सदन के भीतर महिलाओं के साथ इस तरह का व्यवहार होता है तो सदन के बाहर क्या उम्मीद की जा सकती है। अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने कहा कि गुरुवार को जो हुआ उससे पूरा देश शर्मसार है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जरूरत है।