कोरोना संकट के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से मांगी मदद। …..
1 min readअमेरिका में कोरोना वायरस के बढ़ रहे खतरे के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद सख्त लहजे में भारत से हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन दवा भेजने की मांग की है. ट्रंप ने मंगलवार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर भारत कोरोनो वायरस से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण दवा का निर्यात नहीं करता है तो उसे अमेरिका का बदला झेलना पड़ सकता है ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, यह मेरे लिए चौंकाने वाला होगा क्योंकि भारत के अमेरिका के साथ अच्छे संबंध है. भारत से श्रीलंका और नेपाल ने भी ऐसी ही मांग की है. वहीं भारत का कहना है कि भारत निर्यात प्रतिबंध हटाने पर गौर कर रहा है. भारत के कई वर्षों तक अमेरिका से व्यापारिक लाभ उठाने की बात दोहराते हुए ट्रम्प ने कहा कि नयी दिल्ली का अमेरिका को ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ का निर्यात ना करना चौंकाने वाला होगा.
ट्रंप ने कहा, अगर यह उनका निर्णय हुआ तो मेरे लिए यह चौंकाने वाला होगा. उन्हें मुझे यह बताना होगा. मैंने रविवार सुबह उनसे बात की थी फोन किया था और मैनें कहा था कि हम निर्यात को अनुमति देने के आपके निर्णय का स्वागत करेंगे. अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो कोई बात नहीं लेकिन यकीनन उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे. उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों ही देश कोविड-19 संकट से निपटने में लगे हैं.
बीते दिनों ट्रंप ने भारत से हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन दवा मांगी थी. हालांकि भारत की ओर से इस दवा के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह दवा मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल की जाती है. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इसका रोगियों पर इस्तेमाल किया जाता है, ताकि उनका इम्यून सिस्टम मजबूत हो सके.