सीएम उद्धव ठाकरे के घर के पास मिला कोरोना पॉजिटिव केस। …..
1 min readमहाराष्ट्र में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी निवास ‘मातोश्री’ के पास चाय की दुकान लगाने वाले शख्स को कोरोना से संक्रमित पाया गया है। इस खबर से मुंबई में हड़कंप मच गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मातोश्री और आसपास के इलाकों में तैनात किए गए पुलिस के 100 से अधिक जवानों को क्वारंटीन के लिए भेजा गया है। वहीं, राज्य में सोमवार को कोरोना के 120 नए मामले सामने आने के बाद कुल संख्या 868 पहुंच गई है। राज्य में कोरोना वायरस के कुल 34 मरीजों की अबतक जान जा चुकी है उद्धव ठाकरे के बांद्रा स्थित निजी आवास ‘मातोश्री’ के पास चाय की दुकान लगाने वाले एक दुकानदार के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है
बृहन्मुंबई नगर निगम के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि एहतियात के तौर पर क्षेत्र को संक्रमण मुक्त करने के लिए दवाओं का छिड़काव किया गया है। उन्होंने कहा, व्यक्ति वहां चाय की दुकान लगाता है। उसके संक्रमित होने की पुष्टि होने पर, उसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है दूसरी तरफ Covid-19 के 120 नए मामले आने के साथ ही सोमवार तक महाराष्ट्र में 868 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 120 लोगों में से 68 व्यक्ति मुंबई शहर के हैं जबकि 41 पुणे के हैं उन्होंने कहा कि अन्य मामलों में औरंगाबाद से तीन, वसई-विरार, सतारा और अहमदनगर से दो-दो जबकि जालना और नासिक से एक-एक मामले आए हैं।
मुंबई में सोमवार को कोरोना वायरस के 68 नए मामले सामने आने के बाद शहर में कोविड-19 के कुल संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 500 के पार पहुंच गई है। सोमवार को ही, कोरोना वायरस का उपचार करा रहे चार लोगों की मौत हो गई। इन चार लोगों की मौत के साथ ही राज्य में अब तक इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 34 पहुंच गई है पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना वायरस के 704 नए मामले सामने आए हैं। अब देश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मिले मामलों की संख्या 4,281 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक, अबतक कोरोना वायरस के 76 प्रतिशत मामले पुरुषों में और 24 प्रतिशत मामले महिलाओं में हैं। भारत में कोरोना के चलते अबतक 109 लोगों की मौत हुई है। रविवार को 30 लोगों की जान गई। 63 प्रतिशत मौतें 60 साल से ऊपर के व्यक्तियों में हुई हैं। 30 प्रतिशत मृतकों की उम्र 40 से 60 साल की है और 7 फीसदी पीड़ित 40 साल से कम उम्र के रहे हैं।