Uddhav Thackeray ने प्रवासी मजदूरों के लिए केंद्र सरकार से मांगी मदद
1 min readमहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केन्द्र सरकार से वहां पर फंसे हुए प्रवासी मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की है।उद्धव ने कहा कि मजदूरों के लिए बिना घर- परिवार के समय बिताना इस संकट की घड़ी में मुश्किल हो रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से किए गए मंगलवार की रात को किए गए ट्वीट में यह कहा गया कि अगर केद्र सरकार इस बात का अनुमान लगा रही है कि कोविड-19 संक्रमण के केस 30 अप्रैल से 15 मई के बीच बढ़ेंगे तो उन्हें समय रहते इन बातों पर भी अवश्य गौर करना चाहिए कि क्या स्पेशल ट्रेन का इंतजाम कर उन्हें वापस अपने घर भेजा जा सकता हैं, और इस बारे में अप्रैल के अंत तक गाइडलाइंस जारी करे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से यह कहा गया कि करीब 6 लाख प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार की तरफ से बनाए गए राहत शिविरों में खाना, दवाई रहने की सुविधाएं दी जा रही हैं। हालांकि, ऐसे वक्त में उनका अपने घरों और परिवारों से दूर रहना उनके लिए काफी मुश्किल हो रहा है।गौरतलब है कि 14 अप्रैल को मुंबई के बांद्रा में हजारों की तादाद में प्रवासी मजदूर स्टेशन के बाहर खड़े हो गए थे। इन्हें काफी समझाया गया लेकिन जब ये नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रण में लिया था। इसके बाद खुद गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को फोन कर कहा था कि ऐसा घटनाओं से कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर पड़ेगी। उन्होंने उन्हें पूरी मदद का भरोसा दिया था।
उधर, महाराष्ट्र सरकार की तरफ से यह कहा गया कि चूंकि अफवाह फैली थी कि ट्रेन चलने वाली है इसलिए इतनी बड़ी तादाद में लोग एकजुट हुए थे। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने उन प्रवासी मजदूरों को यह भरोसा दिलाया था कि लॉकडाउन तक उन्हें राज्य में रहने और खाने की कोई दिक्कत नहीं होगी । मंगलवार को 12 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इसी के साथ 408 मरीज बीमारी से ठीक हो गए। नगर निकाय ने बताया कि मुंबई में 12 मरीजों की मौत हुई है, जिनमें से आठ को पहले से कोई बीमारी थी जबकि चार को उम्र संबंधी जटिलताएं भी थी। उसने बताया कि 81,612 लोगों को घर में पृथकवास में रखा गया है जबकि 20 अप्रैल तक 16043 लोगों ने 14 दिन का अपना पृथकवास पूरा कर लिया था।