कोरोना के इलाज के लिए केंद्र सरकार ने बनाई 55 जरूरी दवाओं की लिस्ट
1 min readकोविड 19 महामारी के बीच केंद्र सरकार ने ऐसी 55 दवाओं की लिस्ट बनाई है, जिनकी जरूरत कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज के लिए अस्पतालों की इंटेंसिव केयर यूनिट्स में पड़ सकती है। सरकार ने ऐसी 97 जरूरी दवाओं की लिस्ट भी बनाई है, जिनकी अगले तीन महीनों में देश में जरूरत पड़ सकने का अनुमान है। ऐसी दवाओं में एंटीबायोटिक्स , वैसोप्रेसर्स, दिल की बीमारी में आपात स्थिति में दी जाने वाली दवाएं, दर्दनाशक दवाएं,मांसपेशियों को आराम पहुंचाने वाली दवाएं, नेबुलाइजर में दी जाने वाली दवाएं, मिर्गी के इलाज में काम आने वाली दवाएं शामिल हैं ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने राज्यों के दवा नियंत्रकों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि देश में संकट के इस दौर में जरूरी दवाओं की तंगी न हो जाए। परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की टेक्निकल इकाई डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज ने इस मोर्चे पर देश की तैयारी की समीक्षा की है और इन दवाओं की लिस्ट बनाई है। यह लिस्ट DCGI को दी गई है ताकि वह इनकी आपूर्ति सुनिश्चित करे।
राज्यों के दवा नियंत्रकों से कहा गया है कि वे वाजिब दाम पर गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। टास्क फोर्स के अनुसार, देश को दिल की दवाओं, सीडेटिव्स, एंटीबायोटिक्स, एंटी-एपिलेप्टिक और IV फ्लुइड्स की जरूरत आईसीयू मैनेजमेंट में पड़ेगी। इस लिस्ट के अनुसार, जरूरी दवाओं में पैरासिटामॉल, आइबूप्रोफेन, डाइक्लोफेनेक, अल्बेंडाजोल, एजिथ्रोमाइसिन, ऑफ्लॉक्सासिन, कार्बामेजेपाइन, हार्मोंस सहित दूसरी दवाएं शामिल हैं DCGI ने राज्यों के दवा नियंत्रकों को भेजे पत्र में कहा है, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज ने 55 दवाओं की लिस्ट अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों के आईसीयू मैनेजमेंट के लिए बनाई है। उसने ऐसी 97 जरूरी दवाओं की लिस्ट भी बनाई है, जिनकी जरूरत अगले तीन महीनों में पड़ सकने का अनुमान है। आपसे अनुरोध है कि इन दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ध्यान दें। . ….