मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से हाथ जोड़कर विनती करते मजदूर
1 min readवैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. इसी क्रम में मेरठ में बिहार के दर्जनों मजदूर लॉकडाउन के वक्त से ही फंसे हुए हैं. यूपी सरकार की तरफ से हालांकि इन्हें भोजन पानी मिल रहा है, लेकिन लॉकडाउन के तकरीबन 45 दिन पूरा होने के बाद अब इनके सब्र का बांध टूटा रहा है. इन मजदूरों का कहना है कि घर से इतने दिन दूर रहने के बाद अब वो रो नहीं रहे हैं बाकि सारे करम हो गए हैं. मजदूर हाथ जोड़कर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से गुहार लगा रहे हैं कि वो भी योगी सरकार की तरह ही उन्हें वापस बुलाएं मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन पहुंची तो मानों उन्हें उम्मीद की एक किरण नजर आई. टीम ने भी अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन करते हुए इन मजदूरों का हाल जाना.
नम: आंखों से मजदूरों ने बताया कि प्रशासन से लेकर स्थानीय नेताओं से गुहार लगाते लगाते वो थक गए हैं, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली. ये मजदूर योगी सरकार की तारीफ करते हुए बताया कि उन्होंने अपने मजदूरों की सुध ली. इनका कहना है कि अब ऐसे ही नीतिश सरकार को भी अपने मजदूरों का ख्याल रखना चाहिए यही नहीं मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन पर राजस्थान और अन्य राज्यों के भी मजदूर फंसे हुए हैं. ये सभी ऐसे ही हाथ जोड़कर विनती करते हुए ही नजर आते हैं. हर सुबह ये मजदूर जब उठते हैं तो इन्हें ऐसा लगता है कि आखिर वो सुबह कब आएगी जब ये अपने घरों की ओर रवाना होंगे.