उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी कामगारों के लिए किया बड़ा एलान। ….
1 min readलखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ऐलान किया है कि लॉकडाउन के दौरान दूसरो राज्यों से उत्तर प्रदेश में अपने घर वापस आने वाले कामगारों, श्रमिकों की स्किल मैपिंग कर सरकार ने पहली सूची तैयार कर ली है. सभी को रोजगार देने के लिए कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग गठित किया जा रहा है. वैसे मंगलवार के ट्वीट में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने उस निर्देश का जिक्र नहीं किया है, जो उन्होंने सोमवार को हुई टीम-11 की बैठक में किया था. उन्होंने कहा था कि कोई भी राज्य सरकार बिना अनुमति के उत्तर प्रदेश के श्रमिकों/कामगारों का उपयोग नहीं कर पाएगी.
मुख्यमंत्री ने टीम-11 के साथ बैठक में निर्देश दिए थे कि जो मैन पावर तैयार किए जा रहे हैं, उन्हें अन्य राज्यों में सोशल सिक्योरिटी की गारंटी पर ही अब मुहैया कराया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के हर कोने में अपने कामगारों व श्रमिकों के साथ सरकार हर मौके पर खड़ी रहेगी. योगी सरकार हर कामगार और श्रमिक को बीमा की सुरक्षा देने की भी तैयारी में है. प्रदेश में एक जनपद के कामगार व श्रमिक को दूसरे जनपद में रोजगार मिलने पर सरकार आवासीय व्यवस्था भी मुहैया कराएगी.
दरअसल, टीम-11 की बैठक में कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन व कामगारों व श्रमिकों को प्रदेश में ही रोजगार मुहैया कराने की योजना का रोडमैप स्किल मैपिंग के जरिए की जा रही है. अब तक हुई स्किल मैपिंग में 1,51,492 कामगार रीयल स्टेट डेवलपर, फर्नीचर एवं फिटिंग के 26989 टेक्निशियन, बिल्डिंग डेकोरेटर 26041, होम केयरटेकरों की संख्या 12633, ड्राइवर 10,000, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स के 4680 टेक्कनिशियन, होम एप्लांयस टेक्न्नीशियन 5884, आटोमोबाइल टेक्निशियन की संख्या 1558, पैरामेडिकल एवं फार्माक्यूटिकल 596, ड्रेस मेकर 12103, ब्यूटिशियन 1274, हैंडिक्राफ्ट एंड कारपेट्स मेकर 1294 और 3336 सिक्योरिटी गार्डस की स्किल मैपिंग हो चुकी है. इसके अलावा अन्य सभी कामगारों/श्रमिकों को प्रदेश में ही रोजगार के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने की तैयारी है.