ग्रामीणों और पंजाब पुलिस में फायरिंग-पत्थरबाजी जिसमे नाश तस्कर की मौत ,4 कर्मी घायल
1 min readबुधवार को पंजाब के बठिंडा से लगते हरियाणा के सिरसा के गांव देसूजोधा में पुलिस और ग्रामीणों के बीच पत्थरबाजी और फायरिंग हो गई।इस भिड़ंत में आरोपी के चाचा की जान चली गई।वहीं चार पुलिस वाले भी गंभीर रूप से घायल हो गए।नशा तस्करी के मामले में आरोपी कुलविंदर सिंह को पकड़ने गई पंजाब पुलिस की सीआईए वन की टीम पर गांव के लोगों ने पत्थरबाजी कर दी।
पुलिस की जवाबी कारवाई में आरोपी के चाचा नशा तस्कर जग्गा सिंह की गोली लगने से मौत हो गई।घायल पुलिस कर्मियों को मैक्स अस्पताल बठिंडा में दाखिल करवाया गया।यहां एसएसपी नानक सिंह के अलावा पुलिस फोर्स तैनात रही।इसमें एक एएसआई समेत चार पुलिस कर्मी घायल हो गए।
बुधवार को सुबह सीआईए स्टाफ वन की टीम एएसआई हरजीवन सिंह की अगुवाई में नशा तस्करी मामले में लंबित कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार करने के लिए करीब छह बजे गांव देसूजोधा पहुंची थी।जब पुलिस ने आरोपी को गिरफतार किया तो गांव के लोगों ने विरोध जताते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी।कुछ पुलिस कर्मियों के गले में रस्सियां डालकर उन्हें घसीटा भी गया।
पुलिस टीम ने अपने बचाव में फायरिंग की तो आरोपी कुलविंदर के चाचा नशा तस्कर जग्गा सिंह को एक गोली लग गई।इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।पुलिस की ओर से की जा रही फायरिंग के जवाब में गांव के लोगों ने भी फायरिंग शुरू कर दी,जिस में एक एएसआई समेत कांस्टेबल कमलजीत सिंह और दो अन्य कांस्टेबल घायल हो गए।
बठिंडा के मैक्स अस्पताल में उक्त सभी घायलों को उपचार के लिए लाया गया।कांस्टेबल कमलजीत सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है।घटना की सूचना मिलने पर गांव देसूजोधा में भारी पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया और डीएसपी एच राकेश भी पुलिस पार्टी समेत मौके पर पहुंचे।दूसरी तरफ बठिंडा के मैक्स अस्पताल में एसएसपी नानक सिंह घायल पुलिस कर्मियों से बातचीत करने पहुंचे।अस्पताल परिसर को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है।हालांकि बठिंडा पुलिस की ओर से अभी तक किसी भी तरह की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।