पुलिस प्रेमनगर में देव ज्वेलर से हुई लूटपाट के मामले में लुटेरों के बिलों तक पहुंच गई है।अब सिर्फ उनके बाहर निकलने का इंतजार है।इसी कड़ी में पुलिस का पूरा फोकस वेस्ट यूपी पर है।पुलिस की कई टीम देर रात तक कार्रवाई में जुटी थी।पुलिस को आशंका है कि वारदात पूरी योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी गई है।प्रेमनगर के टी स्टेट रोड पर देव ज्वेलर्स के मालिक देवेन्द्र कुमार को आतंकित पर दो बदमाशों ने चार लाख की नगदी के अलावा लाखों रुपये कीमत का सोना लूट लिया था।बदमाशों ने दहशत फैलाने को शोकेश पर फायर शीशे को चकनाचूर कर दिया था।
बदमाशों के फरारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लुटेरों की तलाश शुरू कर दी थी।एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने कई टीमें गठित कर बाहरी जनपदों में रवाना कर दिया था।सूत्रों के अनुसार पुलिस को लूट के बारे में कुछ इनपुट मिले है,इसी आधार पर पुलिस ने वेस्ट यूपी के जिलों में अपना फोकस बढ़ाया है।सूत्राें के मुताबिक पुलिस बदमाशों के बिलों तक पहुंच गई है।पुलिस को अब उनके बाहर निकलने का इंतजार है।उधर एसएसपी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि एसपी सिटी श्वेता चौबे की अगुवाई में पुलिस जांच चल रही है।अभी ऐसा कुछ सुराग नहीं लगा है,जिसे बताया जा सका।उम्मीद जताई कि जल्द ही घटना का अनावरण हो सकता है।पुलिस टीमों में दो प्रशिक्षु सीओ को शामिल किया गया है।
देर रात थाना प्रभारियों की बैठक लेकर एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने कड़ी फटकार लगाई है।उन्हाेंने कहा कि तीन दिन पहले ही थाना प्रभारियों को बताया गया था कि त्यौहारी सीजन के चलते अपराधी सक्रिय हो सकते है।ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है,ताकि बदमाश अपने मंसूबों में कामयाब ना हो सके।बावजूद इसके पुलिस कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं आया।उन्हाेंने पुलिस उपाधीक्षकाें को निर्देश दिए कि अपराध की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों को चिहिंत कर वहां गश्त बढ़ा दे।देव ज्वेलर्स में लूटपाट करने वाले बदमाश वारदात अंजाम देने से पहले दुकान की पूरी रेकी करके गए थे।पहले दोनों आरोपी सोने की चेन लेने के बहाने अंदर आए थे।चेन पसंद न आने की बात कहकर चले गए थे।कुछ बाद वापस आए बदमाशाें ने अपनी असलियत दिखा दी।ज्वेलर्स को आतंकित करने को फायर करने के साथ नगदी और सोने के जेवरात लूट लिए।
त्यौहारी सीजन के चलते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी ने क्रिमिनल ट्राइब्स के भी सक्रिय होने की आशंका जताई है।इसी लिहाज से थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र की बाहरी बस्तियों में गश्त बढ़ाने को कहा है,ताकि किसी तरह की अनहोनी को टाला जा सके।रात्रि में भ्रमण करने वाले लोगों की गहनता से तलाशी के साथ उनकी आईडी भी चेक की जाए।सड़क किनारे खड़े होने वाले वाहनों को चेक करने की नियमित कार्रवाई की जाए।पुलिस यदि अलर्ट होती तो निसंदेह प्रेमनगर में ज्वेलर को आतंकित कर लाखों का सोना लूटने वाले बदमाश ज्यादा दूर नहीं भाग पाते।कंट्रोल रूम के कर्मचारियों के समय रहते घटना फ्लैश न करने के कारण पुलिस अलर्ट नहीं हो पाई।नतीजा यह हुआ कि लुटेरे शहर और देहात के सात थानों से होकर सुरक्षित निकल गए।एसएसपी ने सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करने के बाद कंट्रोल रूम स्टाफ से नाराजगी जताते हुए जांच के आदेश दिए है।
बदमाश लाखों रुपये की नगदी और सोना लूटकर प्रेमनगर के मीठी बेरी में देव ज्वेलर्स के मालिक देवेन्द्र कुमार पर फायर कर गोरखपुर की तरफ फरार हुए थे।पुलिस को लूटपाट की जानकारी कंट्रोल रूम के माध्यम से मिली थी।तीन बजकर 37 मिनट पर वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों की बाइक तेजी से निकली थी।पुलिस को करीब तीन बजकर 47 मिनट पर इसकी जानकारी हुई।कंट्रोल रूम से भी शहर के थानों को लूट का मेसेज जारी करने में थोड़ा और समय लगा।नतीजा यह हुआ कि शहर की पुलिस जब तक सक्रिय हुई बदमाश काफी आगे निकल चुके थे।पुलिस उनके जाने के बाद लकीर पीटती रह गई।सूत्रों की माने तो करीब 12 मिनट में बदमाशों ने शहर के प्रेमनगर,पटेलनगर,बसंत विहार,नेहरू कालोनी आदि थानों की सीमा लांघ दी थी।उससे बड़ी चूक यह है कि कंट्रोल रूम ने देहात में यह सूचना प्रसारित करना मुनासिब नहीं समझा।नतीजा यह हुआ कि बदमाश सुरक्षित निकलने में कामयाब हो गए।निसंदेह यदि सख्ती से चेकिंग होती तो पुलिस और बदमाशों का मुकाबला हो जाता।
पुलिस को प्रेमनगर क्षेत्र में ज्वेलर से लूटपाट की घटना के संबंध में देहात क्षेत्र की सुचना न देने के कारण एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने कड़ी नाराजगी जताई है।जोशी ने मंगलवार दोपहर को कंट्रोल रूम में पहुंचकर दूरसंचार से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक लेकर फटकार लगाई।एसएसपी ने कहा कि यदि रायवाला और डोईवाला पुलिस को संदेश मिल जाता तो कम से कम इन थाना क्षेत्राें में चेकिंग हो सकती थी।इसका पूरा फायदा लुटेरों को मिला।उन्होंने प्रशिक्षु सीओ पल्लवी त्यागी को प्रारंभिक जांच के आदेश दिए हैं।जांच रिपोर्ट में जिसकी लापरवाही सामने आएगी,उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।