उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन ने कोविड-19 का पहला केस मिलने पर लॉकडाउन लगाया
1 min readउत्तर कोरिया में कोरोना वायरस का पहला मामला मिला है. कोरोना वायरस का पहला केस मिलने के बाद किम जोंग उन प्रशासन ने बॉर्डर पर स्थित केसोंग में लॉकडाउन लगा दिया है.
बताया जा रहा है कि कोरोना का यह बॉर्डर पार करके यहां आया है. यह व्यक्ति तीन साल पहले दक्षिण कोरिया गया था, अब वह अवैध तरीके से यहां आया है.
कोरोना का दुष्ट वायरस उ. कोरिया में प्रवेश कर गया: किम
देश की मीडिया ने रविवार को इस लॉकडाउन की सूचना देते हुए बताया कि किम जोंग उन को लगता है कि कोरोना का दुष्ट वायरस उत्तरी कोरिया में प्रवेश कर गया है.
यदि इस व्यक्ति को आधिकारिक रूप से कोरोना वायरस का रोगी घोषित किया गया तो वह उत्तर कोरिया का कोरोना वायरस का पहला प्रमाणित मरीज होगा.
उत्तर कोरिया लगातार इस बात पर जोर देता रहा है कि उसके देश में कोरोना वायरस का एक भी मामला नहीं है, लेकिन उत्तरी कोरिया के इस दावे पर बाहरी विशेषज्ञों ने सवाल उठाये हैं.
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि यह मामला एक भगोड़े आदमी से जुड़ा है जो सालों पहले दक्षिण कोरिया भाग गया था और पिछले सप्ताह की अवैध रूप से वह उत्तर कोरिया की सीमा में घुस आया.
सूत्रों के अनुसार श्वसन स्राव और खून की जांच से पता चला है कि व्यक्ति को वायरस से संक्रमित होने का संदेह है इस व्यक्ति के सपंर्क में आए लोगों को भी क्वारंटाइन कर दिया है.
अपने एंटी-वायरस प्रयासों को ‘राष्ट्रीय अस्तित्व का मामला’ बताते हुए उत्तर कोरिया ने इस साल की शुरुआत में ही लगभग सभी सीमाओं से आना जाना बंद कर दिया था.
विदेशी पर्यटकों के आनेजाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया और अपने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोरोना के लक्षणों के साथ किसी के भी पाए जाने पर उसे क्वारंटाइन करने के काम पर लगा दिया था.