आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया सुजीत, 72 घंटे बाद बोरवेल से निकाली गई लाश
1 min readतमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले में स्थित नादुकट्टुपट्टी में शुक्रवार को 25 फुट गहरे बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे सुजीत विल्सन की मौत हो गई है। बचाव कार्य में लगी टीम के अधिकारियों ने मासूम की मौत की पुष्टि की। लगभग 72 घंटे की मशक्कत के बाद बच्चा बोरवेल में मृत मिला।
तमिलनाडु परिवहन विभाग के प्रधान सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा कि, ‘दो वर्षीय बच्चे का शरीर अब विघटित अवस्था में है। हमने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश बोरवेल से दुर्गंध आने लगी। विल्सन का शरीर बोरवेल के अंदर बुरी तरह से क्षत-विक्षित हो गया था। बच्चे का शव बरामद होने के बाद खुदाई प्रक्रिया रोक दी गई है।
राधाकृष्णन ने घोषणा की कि विल्सन की मौत हो गई है। बच्चे के शव को बाहर निकाल कर मनाप्पराई के सरकारी अस्पताल भेजा गया, बाद में शव माता-पिता को सौंप दिया गया। शव के यहां पहुंचते ही गांव में मातम छा गया और बच्चे को आखिरी बार देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
बता दें कि, सुजीत विल्सन के बोरवेल में गिरने की सूचना के तुरंत बाद, बचाव दल मौके पर पहुंच गया था और सुजीत तक पहुंचने के लिए बोरवेल से सटे जमीन को खोदकर एक सुरंग बनाने के लिए बुल्डोजर का इस्तेमाल किया था।
सुजीत विल्सन 72 घंटों से अधिक समय से 88 फुट की गहराई में बोरवेल में फंसा हुआ था और पथरीली मिट्टी तथा बारिश के कारण बचाव अभियान बाधित होने से उसकी सलामती को लेकर चिंता भी पहले ही बढ़ गई थी। खुदाई के काम को तेज करने के लिए जर्मनी की मशीन का भी इस्तेमाल किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने उसकी सलामती के लिए दुआ की थी।