नदी में पुल नहीं, स्वास्थ्य- शिक्षा की सुविधाओं को लेकर दिक्कत में फंसे ग्रामीण:-
1 min readसरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के दूरस्थ ग्राम पटकुरा के चीताघुटरी में शिक्षा-स्वास्थ्य की सुविधा से ग्रामीण वंचित है। चीताघुटरी के नदी में पुल नही होने तथा सड़क की जर्जर हालत होने से ग्रामीणों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। क्षेत्र के जनपद सदस्य तथा ग्रामीणों के द्वारा शासन प्रशासन से कई बार पुल निर्माण की गुहार लगाई गई परंतु आज तक ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं हो सकी है। बरसात के दिनों में यह बसाहट ब्लॉक और जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट जाता है।
जनपद सदस्य बिहारी लाल तिर्की ने बताया कि कई बार पुल बनाए जाने की मांग की जा चुकी है। इसके बावजूद आज तक नदी पर पुल नहीं बन पाया है। नदी पर पुल नहीं होने पर स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में असमय ही लोगों को जान गंवानी पड़ रही है। जनपद सदस्य बिहारीलाल तिर्की के मुताबिक सर्पदंश से एक महिला की मौत हो गई थी। नदी के ऊपर पुल होता और समय से एंबुलेंस की सुविधा महिला को मिल जाती तो शायद महिला की जान बच सकती थी।
उन्होंने कहा कि अगर इस नदी पर जल्द से जल्द पुल का निर्माण नहीं किया जाएगा तो उनके मार्गदर्शन में ग्रामीणों के द्वारा धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। नदी के कारण चीताघुटरी के ग्रामीणों को एंबुलेंस सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता तथा बच्चों को स्कूल आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चीताघुटरी के ग्रामीणों को शासकीय उचित मूल्य दुकान से राशन लेने में भी काफी कठिनाइयां होती हैं।
जान जोखिम में डालकर बाइक सवार नदी पार करते हैं कई बार तो ऐसा होता है कि बाइक सवार नदी पार करने के दौरान गिर जाते हैं।जिससे बाइक सवार को चोटें आती हैं। सुलभ आवागमन की सुविधा के अभाव में यह बसाहट अब बुनियादी सुविधाओं से पिछड़ता जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारी, जनप्रतिनिधि पुल निर्माण कराए जाने को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैु, जिससे ग्रामीणों में निराशा है।