कचरे के ढेर में कर दिया ‘देवी’ जैसी बच्ची को विसर्जित :-
1 min readरविवार के दिन नवमी थी। कन्या पूजन का दिन था। देवी का प्रतिरूप मानकर इन्हें न सिर्फ खिलाया गया बल्कि उनका पैर रंगा गया और फिर यथाशक्ति दान करके आर्शीवाद लिया गया। घर में यह कहानी चल रही थी तो एक मां ऐसी भी थी जो अपनी नवजात बच्ची को कचरे के ढेर में फेंक गयी। संडे को तो किसी की नजर भी बच्ची पर नहीं पड़ी। सोमवार को बच्ची की बॉडी नोच रहे जानवर उसे किनारे लेकर आ गए तो पब्लिक की नजर पड़ गयी। बच्ची का यह हाल देखकर लोग सन्न रह गये। काफी कोशिश के बाद भी यह पता नहीं चल पाया कि बच्ची को कचरे के ढेर में फेंकने वाली मां कौन थी? किन हालात के चलते उसने यह कदम उठाया|
मासूम को नोच डाले थे जानवर
घटना नैनी एरिया स्थित कांशीराम आवास योजना की है। यहां कूड़े के ढेर में सोमवार को जानवर कुछ खींचने की कोशिश कर रहे थे। तक किसी की नजर में नहीं आया कि वहां एक नवजात बच्ची की बॉडी पड़ी हुई है। जानवर बच्ची की बॉडी को किनारे खींच ले जाए और नोचने लगे तब लोगों की नजर उस पर पड़ी। यह दृश्य देखने वाले दंग रह गये। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो उसके मासूम बदन को जानवर नोच डाले थे। उनका कहना था कि कोई महिला बच्ची के जन्म लेते ही उसे यहां फेंक गई। वह पहले ही मर चुकी थी या कूड़े के ढेर में फेंके जाने के बाद मरी? यह पता नहीं चला। आसपास के लोगों का कहना था कि उन्होंने किसी बच्ची के रोने के आवाज नहीं सुनी थी। लोग नवजात को जनम देने वाली महिला के कृत्य को देख लोग उसे बददुआएं देते रहे। खैर, पुलिस ने बॉडी को कब्जे में ले लिया।
इसे मिली करतूत की सजा
वहां मौजूद लोगों में चर्चा थी कि बच्ची किसी की या तो अवैध संतान थी या फिर किसी ने बेटी को बोझ मानकर यह कदम उठाया होगा। क्योंकि बच्ची मरी पैदा हुई होती या फिर पैदा होने के बाद मरती तो कम से कम उसकी बॉडी को तो सही तरीके से दफना दिया गया होता।
डाक्टर जोड़ा बन गया था गुनाहगार
नवजात को कूड़े के ढेर में फेंक दिये जाने की घटना सामने आयी तो बरबस ही शनिवार को हुई एक घटना याद आ गयी। यहां एक मां की सूनी गोद भरने के लिए डाक्टर दम्पति ने गुनाहगार बन जाने जैसा खतरनाक कदम उठा लिया था। उन्होंने बच्चा चोर गैंग के साथ मिलकर रामबाग एरिया से बच्ची को चुरा लिया था। 15 अक्टूबर को चोरी गयी इस बच्ची तो पुलिस ने शनिवार 24 अक्टूबर को पांच लोगों को गिरफ्तार करने के साथ बरामद किया था।