हर 10 में से 7 शहरी भारतीय खेलते है मोबाइल गेम आइये जानते है भारत है कितने नंबर पर :-
1 min readभारत में हर 10 में से सात शहरी भारतीय इस समय किसी भी डिवाइस पर वीडियो गेम या मोबाइल गेम खेल रहे हैं, और ये देश को दुनिया के शीर्ष 10 गेमिंग देशों में ले जा रहे हैं. गुरुवार को एक नई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है | मोबाइल गेमर्स ने पीसी या कंसोल गेमर्स को स्पष्ट रूप से पछाड़ दिया है, क्योंकि सिर्फ 12 फीसदी भारतीय कंसोल पर गेम खेलते हैं जबकि 67 फीसदी लोग स्मार्टफोन या टैबलेट पर गेम खेलते हैं |
यदि भारत में कुल गेम खेलने वालों की संख्या को देखा जाए. तो उसमें से 82 फीसदी लोग एक सप्ताह में 10 घंटे गेम खेलते हैं. इसके अलावा 16 फीसदी लोग सबसे ज्यादा गेम खेलते हैं और वे 10 घंटे से भी ज्यादा समय तक गेम खेलते हैं पेपर के इ गेमिंग और नेक्स्ट जनरेशन शीर्षक के अनुसार ‘भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग एक तेजी से बढ़ता व्यवसाय है, जो प्रतिस्पर्धी खेलों और पेशेवर गेमिंग में विकसित हो रहा है| भारत में सक्रिय गेमर्स, गेमिंग और ईस्पोर्ट्स उद्योग के बढ़ते समुदाय की आने वाले वर्षों में तेजी की संभावना है |
भारत में गेम खेलने वालों के बीच 24 सर्वे किए. जिससे प्राप्त आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि भारत अब दुनिया के शीर्ष 10 गेमिंग देशों में शुमार है | के ईस्पोर्ट्स और गेमिंग के ग्लोबल सेक्टर हेड निकोल पाइक ने कहा कि, इस वर्ष भी हाईलाईट हुआ है कि गेमिंग इकोसिस्टम में चीजें कितनी जल्दी बदल सकती हैं. इससे विज्ञापनदाताओं और प्रायोजकों के लिए यह जानना मुश्किल हो जाता है कि क्या, कब और कैसे समझदारी से e और गेमिंग के लिए खर्च करना है|
भारत में गेमर्स का प्रतिशत अमेरिका (71 प्रतिशत) और ऑस्ट्रेलिया (72 प्रतिशत) के बराबर है. हालांकि यह दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में अभी भी अनुपात से कम है. कंसोल गेमर्स के लिए प्रमुख बाजार हांगकांग (32 फीसदी), स्पेन (29 फीसदी), अमेरिका (28 फीसदी), यूके (28 फीसदी) और ऑस्ट्रेलिया (27 फीसदी) हैं. गेम खेलने के अलावा यूट्यूब पर इन्हें देखना भी एक अलग ट्रेंड बन गया है. यूट्यूब पर गेम्स काफी प्रसिद्ध हैं. प्रतिस्पर्धा के किसी भी अन्य प्लेटफॉर्म पर इनकी इतनी लोकप्रियता नहीं है |
यूट्यूब गेमिंस में भारत जागरूकता के मामले में तीसरे नम्बर पर और इंगेजमेंट में पांचवें नम्बर पर है. यूट्यूब से तुलना करें, तो फेसबुक और ट्विटर पर भी गेमिंग की जाती है लेकिन वहां यह संख्या 12-12 फीसदी है. रिपोर्ट के अनुसार भारतीयों की इन प्रतियोगिताओं से ज्यादा जुड़ने की संभावना है. एक बार वे इनके बारे में जान जाएंगे, तो देश में ईस्पोर्ट्स का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है |