बंदरग हो गए जबलपुर शहर के मेट्रो बस स्टाप, बन गये पार्किंग स्थल :-
1 min readशहर की जीवन रेखा मेट्रों बसों के रुकने के लिए पिछले 10 साल में करीब 200 बस स्टॉप बने। इन बस स्टॉपों को दो बार में बनाया गया। नगर निगम ने पहली बार जो बस स्टॉप तैयार किया था वे टूट-फूट गये। इसके बाद स्मार्ट सिटी द्वारा पीपीपी मॉडल से नये बस स्टॉप तैयार करवाए गए जिन्हें बनाने मंे विज्ञापन एजेंसियों ने रुचि दिखाई। इनके रखरखाव का काम नगर निगम का था। लेकिन शहर में जितने भी बस स्टॉप बने हैं उनका हाल देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि रखरखाव में किस कदर लापरवाही बरती गई है। इन बस स्टॉप में कहीं रेलिंग तक गायब हो गई है तो कही अवैध पार्किंग बना दी गई है। ज्यादातर बस स्टॉप भिक्षुओं के रहने का ठिकाना बन चुके हैं।
सबसे व्यवस्थित बना था नौदरा ब्रिज स्टॉप: शहर में सबसे पहला और सबसे बड़ा व्यवस्थित व सुंदर बस स्टॉप नौदरा ब्रिज में बनाया गया जहां एलइडी डिस्प्ले, फ्री वाइफाइ सहित सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये थे। मेट्रो बस व आम परिवहन के लिए अलग से फाइवर डिवाइडर लगाये गये थे। बैठने की सुव्यवस्था के साथ रेलिंग भी लगाई गई थीं लेकन सब कुछ गायब हो चुका है। न फ्री वाइफाइ चलता है और न ही कोई एलइडी स्क्रीन नजर आती है। अब यहां केवल चार पहिया वाहन ही खड़े नजर आते हैं। मेंट्रो बस का संचालन जारी है लेकिन लाखों रुपये से बनाये गये बस स्टॉप बदरंग हो गये हैं। नौदराब्रिज बस स्टॉप तो एक उदाहरण है, शहर के ज्यादातर बस स्टॉप के यही हाल हैं। यही वजह है कि मेट्रो बसें बस स्टॉप में न खड़ी होकर आगे-पीछे खड़ी होने लगी हैं। इससे यात्रियों को भी परेशानी हो रही है।