बजट में अभिव्यक्ति की आज़ादी के लिए भी कुछ प्रावधान करे सरकार : पूर्व सीएम अखिलेश यादव
1 min readसमाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साल 2020-21 का बजट पेश होने से पहले नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसा है. सपा अध्यक्ष ने कहा है कि सरकार इस बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द और अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करे. पूर्व सीएम ने आगे कहा कि भाजपा सरकार की विघटनकारी नीतियों से ये सब खंडित हो गया है.
अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि, “भाजपा सरकार से बस इतनी गुजारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मजदूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आजादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करे क्योंकि भाजपा की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है. देशहित मे जारी!” उल्लेखनीय है कि आज देश का आम बजट पेश होने वाला है.
इस दफा बजट 2021 के लिए मोबाइल ऐप के जरिए आमजन बजट को सीधे मोबाइल पर देख सकेंगे. साथ ही बजट से संबंधित सभी अपडेट्स भी देख सकेंगे. इस ऐप में 14 केंद्रीय बजट दस्तावेज भी रहेंगे. जिसमें सालाना वित्तीय विवरण,अनुदान की मांग आदि भी उपलब्ध रहेंगे. इस मोबाइल ऐप में डाउनलोड, प्रिंट, सर्च, जूम इन और आउट, स्क्रॉलिंग आदि लिंक भी रहेगी. बता दें कि यह ऐप NIC ने तैयार किया है. मोबाइल ऐप में हिंदी और अंग्रेजी की सुविधा भी मिलेगी. वहीं वित्त मंत्री के बजट भाषण के बाद सारे डाक्यूमेंट्स भी देखे जा सकते हैं.
भाजपा सरकार से बस इतनी गुज़ारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मज़दूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करे क्योंकि भाजपा की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है।
देशहित मे जारी!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2021