साइक्लोन यास ले सकता है बंगाल की खाड़ी के तट में चक्रवात का रूप
1 min readताकते चक्रवात के बाद देश में एक और चक्रवात तबाही मचाने के लिए रास्ते में आ रहा है. भारत मौसम विभाग ने इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 48 घंटे में हवा का कम दबाव बनने की आशंका है
जो चक्रवात का रूप ले सकता इस सूचना के बाद पश्चिम बंगाल और ओडिशा के वरिष्ठ अधिकारियों ने जिला प्रशासन के साथ बैठकें शुरू कर दी है और तयारियों के बारे में आवश्यक निर्देश दे रहे हैं.
भारतीय मौसम विभाग IMD के अधिकारियों ने बताया कि हवा का कम दबाव उत्तरी अंडमान सागर में बन रहा है. 22 मई को यह दबाव तेजी से बढ़ना शुरू होगा और 26 मई की शाम तक या तो यह बंगाल की खाड़ी से टकराएगा या ओडिशा के तट से. अगर यह चक्रवात वास्तव में बनता है तो इस साल बंगाल की खाड़ी से टकराने वाला यह दूसरा चक्रवात होगा.
मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जी के दास ने कहा कि यह उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ सकता है और 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों तक पहुंच सकता है.
चक्रवाती तूफान की रफ्तार अधिक तेज हो सकती है. 22 मई को बनने वाला कम दबाव का क्षेत्र अगले 72 घंटे में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में 25 मई से हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है.
दास ने कहा कि इसके बाद बारिश तेज होगी और दक्षिण बंगाल के जिलों में बारिश में तेजी आ सकती है. वहीं अंडमान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जो बंगाल खाड़ी तक पहुंचने तक 70 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती हैं.
तूफान के खतरे को देखते हुए मछुआरों को भी चेतावनी जारी कर दी गई है. तमाम मछुआरों से समुद्र में ना जाने और किनारे पर रहने के लिए कहा जा रहा है. इससे पहले पश्चिम बंगाल ने अम्फान तूफान से भारी तबाही का मंजर देख रखा है. उस एक तूफान की वजह से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी और करोड़ों का नुकसान हुआ था.