महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने साथ मिलकर लड़ा
1 min readमहाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के बेगमपुरा पुलिस थाने में एक मतदाता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पहुंच गया. आरोप है कि शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के नाम पर वोट बटोरे और जीत हासिल करने के बाद आज कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं जो कि हिंदुओं के साथ धोखाधड़ी है.
ठाकरे परिवार समेत पार्टी विधायक प्रदीप जायसवाल और पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने चुनाव में हिंदुओं के मुद्दों को लेकर वोट मांगे थे. उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने चुनाव में दोनों दलों को संयुक्त रूप से वोट दिया था. हालांकि, परिणाम आने के बाद सत्ता के 50-50 बंटवारे को लेकर दोनों दलों की राह जुदा हो गई. इससे मतदाता अब खुद को ठगा-सा महसूस कर रहे हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के 24 अक्टूबर को आए नतीजे में भाजपा को 105 सीटें मिलीं. जबकि शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी राकांपा ने 54 सीटें जीती, और कांग्रेस की झोली में 44 सीटें आईं. बहरहाल, 56 विधायकों वाली शिवसेना राकांपा के 54 व कांग्रेस के 44 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने के लिए तैयार है.
शिवसेना, कांग्रेस, NCP ने तैयार किया CMP
महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena), कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP )की गठबंधन सरकार का रास्ता करीब-करीब साफ हो गया है. कांग्रेस और शिवसेना शिवसेना पर दवाब बना कर काफी हद तक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) से उग्र हिंदुत्व को दूर रखने में कामयाब रही है लेकिन अब भी कुछ मुद्दे हैं जिन पर असहमति कायम है.