BPSC 2018 30 वीं न्यायिक सेवा अंतिम परिणाम का रिजल्ट हुआ जारी, सिया श्रुति बनीं टॉपर यूनिवर्सिटी की !
1 min readजिले के मैरवा प्रखंड क्षेत्र की इंग्लिश पंचायत के इंग्लिश रामदेनी सिंह टोला निवासी आशीष कुमार पांडेय ने महज तेईस साल की उम्र में जज बनकर मिसाल कायम की है। 30 वीं बिहार लोक सेवा आयोग की न्यायिक सेवा परीक्षा में उन्हें 169 वीं रैंक हासिल हुई है। उन्होंने पहली बार में ही यह सफलता हासिल की है।
आशीष समस्तीपुर के दैनिक अखबार के ब्यूरो चीफ अजय पांडेय के छोटे भाई हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद आशीष वाराणसी स्थित बी एच यू से एलएलएम की पढ़ाई कर रहे हैं। आशीष के पिता विनोद कुमार पांडेय गोरखपुर में ही चर्चित अधिवक्ता हैं।
वर्षों की उनकी तपस्या बेटे की सफलता से पूरी हुई। आशीष ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता, गुरुजन व स्वजन को दिया है। आशीष के बड़े पिताजी सेवानिवृत्त शिक्षक अजित पांडेय ने बताया कि आशीष बचपन से तार्किक और खोजी प्रवृति का छात्र रहा है। इतनी कम उम्र में सफलता से पूरा परिवार गौरवान्वित है। इधर, परिणाम आने के बाद बधाई देने वालों का तांता लगा है।
बीपीएससी ने 27 नंवबर और 28 नवंबर 2018 को प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। साल 2018 की बिहार न्यायिक सेवा भर्ती (2018 Bihar Judicial Services recruitment) प्रक्रिया के जरिये कुल 349 पदों पर नियुक्तियां होने वाली हैं। इसमें से 123 पद महिलाओं के लिये आरक्षित हैं।
इस परीक्षा में पटना यूनिवर्सिटी की छात्रा सिया श्रुति ने टॉप किया है। सिया, पटना यूनिवर्सिटी में फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट हैं। चयनित 349 उम्मीदवारों में 175 अभ्यर्थी जनरल श्रेणी, 56 SC श्रेणी, 3 ST श्रेणी, 73 अत्यंत पिछड़ा वर्ग (Extremely Backward category) और 42 पिछड़ा वर्ग के शामिल हैं।