जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के अधिकारियों का 06 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
1 min readउत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि समस्त अधिकारी पर्यटन के क्षेत्र में और बेहतर कार्य किये जाने कि योजना बनाकर उसको प्राप्त करने का हर संभव प्रयास करे। उन्होने कहा की उत्तर प्रदेश पर्यटन के लिए सबसे पसंदीदा प्रदेश के रूप में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि प्रदेश कि कानून व्यवस्था पूरे देश में बेहतर होने तथा रेल, वायु, सड़क, हेलीपोर्ट, अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड़्डे तथा पूरब से पश्चिम तथा उत्तर से दक्षिण को जोड़ने वाला एक्सप्रेस वे के कारण उ0प्र0 देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए पहली पसंद बनता जा रहा है।
श्री जयवीर सिंह ने कल मान्यवर कांशीराम पर्यटन प्रबन्धन संस्थान लखनऊ में जिला पर्यटन एवं संस्कृत परिषद के अधिकारियों को 06 दिवसीय प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर उन्हें प्रमाण पत्र वितरण के उपरांत सम्बोधित करते हुये कहा कि पर्यटन सेक्टर में बढ़ते निवेश के कारण बुनियादी सुविधायें पर्यटको के लिये अनुकूल वातावरण उपलब्ध करा रही है। कोरोना काल खण्ड के बाद प्रदेश में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस वर्ष जनवरी से जून, 2022 तक प्रदेश में 07 करोड़ से ज्यादा पर्यटकों का आना इस बात का गवाह है कि प्रदेश पर्यटक फैन्डली बनता जा रहा है और इसका लाभ स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन एवं राजस्व अर्जन के रूप में प्रदेश को मिल रहा है।
श्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने जनपदो में प्रदेश की गौरवशाली परम्परा, ऐतिहासिक धरोहर, धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार करे। इसके साथ ही पर्यटन विकास के नये क्षेत्रों की पहचान कर विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से जोड़े उन्होने कहा कि जिला स्तर पर गठित जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के जिम्मे बहुत सारे कार्य सौंपे गये है। इन कार्यों को पूरी निष्ठा के साथ धरातल पर उतारे।
प्रमुख सचिव पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम ने कहा कि इस 06 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान पर्यटन से जुड़े विभिन्न विषयों पर जानकारी दी गयी। भविष्य में यह जानकारी अधिकारियों के लिए अत्यधिक उपयोगी होगी। उन्होने कहा कि सभी जनपदों में जिला पर्यटन एवं संस्कृति का गठन करके अधिकारियों की तैनाती कर दी गयी है। उन्होने कहा कि इस प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न निर्माण परियोजनाओं का प्रचार-प्रसार, मार्केटिंग एवं ब्राण्डिंग, पर्यटन नीति, कम्प्यूटर प्रशिक्षण तथा वित्तीय प्रबन्धन के सबंध में पर्यटन क्षेत्र से जुडें विशेषज्ञों तथा अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस अवसर पर विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।