PAKISTAN: विधानसभा चुनाव में क्या रहा इमरान खान की पार्टी (पीटीआई) का हाल
1 min readपाकिस्तान के कबायली क्षेत्रों के विलय के बाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के विधानसभा के लिए पहली बार हो रहे एतिहासिक चुनाव में निर्दलीय उम्मीदारों को छह सीटें, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को पांच और जमीयत-उलेमा-ए इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) को तीन सीटें मिली हैं।
प्रांत के 16 जिलों में मतदान शनिवार सबुह शुरू हुआ और पांच बजे समाप्त हो गया था। पाकिस्तान के चुनाव आयोग के अनुसार जमात-ए-इस्लामी को एक सीट मिली है और अवामी नेशनल पाटीर् (एएनपी) ने भी एक सीट जीती है। मतदान के दौरान अति संवेदनशील 554 मतदान केंद्रों के अंदर और बाहर सुरक्षा बल तैनात किये गये थे। प्रांतीय चुनाव आयुक्त के अनुसार क्षेत्र में नेटवर्क समस्या की वजह से कबलायली जिलों के परिणाम व्हाट्सअप पर दिये गए।
जियो न्यूज के अनुसार चुनाव के लिए कुल 1,897 मतदान केंद्र स्थापित किये गये थे। 16 सीटों के लिए 282 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे जिनमें पीटीआई, जेयूआई-एफ, एएनपी, मुस्लिम लीग-नवाज, जमात-ए-इस्लामी, पाकिस्तान पीपुल्स पाटीर् और निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के चुनाव में दो महिला उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में थीं जिनमें अवामी नेशनल पार्टी की उम्मीदवार नाहिद अफरीदी और जमात-ए-इस्लामी की उम्मीदवार मलासा बीबी शामिल हैं। चुनाव में दो महिला उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) की नाहिद अफरीदी रूढ़िवादी खैबर जिले के पीके 106 निवार्चन क्षेत्र से जीत की ओर अग्रसर हैं। इस निवार्चन क्षेत्र में कुल 148,470 मतदाता है जिनमें 65,652 (44 प्रतिशत) महिलाएं हैं।
दूसरी महिला उम्मीदवार मलासा बीबी हैं जो जमात-ए-इस्लामी (जेआई) उम्मीदवार के तौर पर कुर्रम जिले में पीके 109 संसदीय सीट से अपनी किस्मत आजमा रही हैं। उनके निवार्चन क्षेत्र में कुल 187,844 मतदाताओं में से 82,560 (44 प्रतिशत) महिलाएं हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में संविधान संशोधन के बाद वर्ष 2018 में संघीय प्रशासित कबायली क्षेत्रों (फाटा) को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मिला दिया गया था जिसके बाद इस क्षेत्र में पहली बार प्रांतीय चुनाव हुआ है।