आज के दिन इंसान के आसमान में उड़ने के सपने को पहली बार मिले थे पंख, जानें कैसे
1 min readराइट बंधुओं की इस उपलब्धि के पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प है। इस मंजिल तक पहुंचने के लिए उन्होंने 4 साल कड़ी मेहनत की इस दौरान कई बार नाकामी भी हाथ लगी लेकिन कभी हौंसला कम नहीं हुआ और आज उन्हीं की बदौलत हम दुनिया में कहीं भी जाने की इच्छा पूरी कर लेते हैं।
हवाई जहाज के अविष्कारक राइट ब्रदर्स बचपन से ही कल्पनाशील थे। बचपन में ही दोनों भाईयों ने अपनी कल्पनाओं में हवाई जहाज बनाने का सपना देखा था जिसे उन्होंने 1903 में पूरा कर दिखाया। अमेरिका के हटिंगटन स्थित यूनाइटेड ब्रेदेन चर्च में बिशप के पद पर उनके पिता काम करते थे।
मशीनों में काम करने के कारण उन्हें अपना यह सपना सच करने में सफलता हासिल हुई। दोनों भाई प्रिंटिंग प्रेसों, साइकिलों और मोटरों समेत विभिन्न तरह की मशीनों मे काम करते थे। जहां से उन्हें कई चीजें सीखने को मिली और हवाई जहाज बनाने में इन सब जानकारियों ने उनकी काफी मदद की।
यह परेशानी तो उनकी हल हो गई लेकिन अब प्रोपेलर की समस्या आड़े आने लगी। तो उन्होंने इसको हल करने के लिए ग्लाइडरों के अनुभव के आधार पर एक नया प्रोपेलर तैयार किया और अपने ग्लाइडर ‘किटी हॉक’ में यह इंजन और प्रोपेलर लगाकर विमान तैयार कर लिया। 17 दिसंबर, 1903 को पहली बार विमान ने उड़ान भरी और 12 सेकेंड की उड़ान में 120 फीट की दूरी तय की।