26 को सूर्य ग्रहण है, साथ ही भूकंप जैसी प्राकृति आपदा आने के दे रहा संकेत.
1 min readसूर्य ग्रहण को आमतौर पर ज्योतिष में अशुभ माना जाता है। तीन दिन पड़ने वाले ग्रहण से भी शुभ संकेत नहीं मिल रही हैं। ज्योतिषों के अनुसार, ग्रहण से एक दिन पहले पौष माह में मंगल राशि परिवर्तन करके वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहा है। वृश्चिक जलतत्व की राशि है, इसलिए बताया जा रहा है कि इस योग में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आ सकती है। भूकंप आ सकता है, भारी बर्फबारी हो सकती है, सुनामी का भी खतरा है। ऐसे में समुद्र के किनारे और पहाड़ों पर रहने वाले लोगों को खास ध्यान रखने की आवश्यकता है।
सूर्य ग्रहण भारत के अलावा पूर्वी यूरोप, एशिया, उत्तरी/पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में काफी साफ दिखाई देगा। इसके साथ-साथ अफगानिस्तान, पाकिस्तान और चीन में भी सूर्य ग्रहण प्रभावी रूप से देखा जा सकता है। अगर आप भी सूर्य ग्रहण का लुत्फ उठाना चाहते हैं, तो तैयार हो जाइए। हां, इस बात का ध्यान रखें की नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण को बिल्कुल भी न देखें।
जब कभी ग्रहण होता है, तो लोगों में सूतक को लेकर काफी भ्रांतियां होती हैं। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान ज्योतिषी खास ध्यान रखने की सलाह देते हैं। ग्रहण काल 25 दिसंबर को ही रात 8 बजे शुरू हो जाएगा, गर्भवती महिलाएं इस बात का खास ध्यान रखें। ऐसे में गर्भवती महिलाएं, खास ध्यान रखें।
इस बार सूर्यग्रहण वलयाकार होगा। इसका मतलब कि आप ग्रहण के समय सूर्य को एक चमकदार छल्ले के रूप में देख सकेंगे। ग्रहण सुबह 8 बजे शुरू होकर प्रात: 10 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। इस दौरान कई कार्य वर्जित माने जाते हैं। ज्योतिषों के अनुसार, संपूर्ण ग्रहण 1 बजकर 36 मिनट तक खत्म हो जाएगा। इस तरह ग्रहण काल 5 घंटे और 36 मिनट रहेगा।