अमेरिका – ईरान में बीच छिड़ा युद्ध तो पाकिस्तान किसका साथ देगा ?
1 min readईरान के कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान और अमेरिका के बीच युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं. ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान को बार-बार हमला न करने की चेतावनी दे रहे हैं. इस बीच सवाल उठ रहे हैं कि अगर अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध छिड़ा तो पाकिस्तान के किसके साथ खड़ा होगा? इसको लेकर पाकिस्तान ने कहा कि वह किसी भी देश को युद्ध के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देगा.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने रविवार को पाकिस्तानी न्यूज चैनल एआरवाई न्यूज से बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति स्थापित करने में सकारात्मक भूमिका निभाएगा और किसी के भी खिलाफ अपनी धरती का इस्तेमाल किए जाने की अनुमति नहीं देगा.’ आसिफ गफूर ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान और पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा की भी यही रहा है.
पाक आर्मी प्रवक्ता ने कहा कि पीएम इमरान खान का भी यही कहना है कि पाकिस्तान किसी का और किसी के लिए पक्षकार नहीं बनेगा, लेकिन वह शांति के लिए सहयोगी बनेगा.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने दो दिन पहले यानी शुक्रवार को कहा था कि अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच 2014 में हुए सुरक्षा समझौते के अनुसार अफगान किसी देश के खिलाफ अपनी धरती का इस्तेमाल किये जाने की अनुमति नहीं देगा. इसके बाद पाक सैन्य प्रवक्ता का यह बयान आया है.
ट्रंप ने दी थी चेतावनी
पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा ईरान से लगती है, जिसने इराक में अमेरिकी हमले में शीर्ष सैन्य कमांडर के मारे जाने का बदला लेने का संकल्प लिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि उन्होंने देश में 52 संभावित स्थानों की पहचान की है. ट्रंप ने कहा कि सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए अगर ईरान अगर उनके देश पर हमला करता है तो उनका देश अबतक का सबसे भीषण हमला इस इस्लामिक देश पर करेगा.पाकिस्तान निभाएगा शांति प्रक्रिया में भूमिका
आसिफ गफूर ने एक सवाल के जवाब में क्षेत्र में जारी ‘तनाव’ पर चिंता जताते हुए कहा कि ईरान के जनरल के मारे जाने के बाद क्षेत्रीय स्थिति में बदलाव आया है और पाकिस्तान शांति व्यवस्था में मदद करने में अपनी भूमिका निभाएगा.