साँस ने कहा ‘बहू मरती है तो मर जाए, बेटा तुम खून मत देना’
1 min readलखनऊ : क्वीन मेरी अस्पताल में एक सास ने अपने बेटे से यह तब कहा, जब उनकी बहू को प्रसव के समय खून की जरूरत थी। दरअसल, अस्पताल में प्रसव करवाने आई बाराबंकी निवासी गर्भवती एनीमिया से पीड़ित थी। वहीं, दूसरी ओर चौक निवासी गर्भवती को खून की जरूरत पड़ी तो उसके पति ने ही खून देने से साफ मना कर दिया। पति का कहना था- ‘मरती है तो मर जाए, मैं दूसरी शादी कर लूंगा, लेकिन अपना खून नहीं दूंगा’। परिवारीजनों की ओर से ये जवाब सुन डॉक्टर भी हैरान रह गए।
क्वीन मेरी अस्पताल की सीएमएस डॉ. एसपी जैसवार ने बताया कि अस्पताल में आने वाली एनीमिया से पीड़ित गर्भवतियों को खून की जरूरत होती है। ऐसे में उनके परिवारीजनों से आवश्यकता अनुसार खून मांगा जाता है। इस तरह यहां के ब्लड बैंक से हर रोज औसतन 15 यूनिट खून लिया जाता है। संबंधित ग्रुप का खून न होने पर तीमारदारों को अन्य ब्लड बैंक से व्यवस्था करने को कहा जाता है।