मोहन भागवत ने कहा कि संघ की आगामी योजना दो बच्चों का कानून है
1 min readराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मोहन भागवत मुराबाद में हैं। वहां उन्होंने गुरुवार को जिज्ञासा सत्र में स्वयंसेवकों के प्रश्नों के सवाल का जवाब दिया। मोहन भागवत ने एक सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि संघ की आगामी योजना दो बच्चों का कानून है। उन्होंने कहा कि ऐसा संघ का मत है। इस पर फैसला सरकार को लेना है। राममंदिर मुद्दे पर उन्होंने कहा कि संघ की भूमिका इस प्रकरण में सिर्फ ट्रस्ट निर्माण होने तक है।
इस दौरान संघ की क्षेत्रीय कार्यकारिणी के चुनिंदा 40 पदाधिकारी उपस्थित थे। संघ के भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबित एक स्वयंसेवक ने जब संघ प्रमुख से पूछा कि राममंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट से हल हो चुका है, अब इसमें संघ की क्या भूमिका होगी। भागवत ने उत्तर में कहा कि मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट निर्माण होते ही संघ का काम पूरा हो जाएगा और संघ खुद इससे अलग कर लेगा।
एक स्वयंसेवक ने पूछा कि क्या अयोध्या के बाद अब संघ काशी और मथुरा का मुद्दा उठाएगा तो संघ प्रमुख ने स्पष्ट इंकार कर दिया उन्होंने कहा कि चाहे अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हो या फिर सीएए लागू करने का, इन सभी पर संघ पूरी तरह सरकार के फैसले के साथ खड़ा है।
इसके बाद संघ खुद को इससे अलग कर लेगा। एक प्रश्न के उत्तर में संघ प्रमुख ने कहा कि काशी-मथुरा संघ के एजेंडे में न तो कभी थे और न ही कभी होंगे साथ ही आपको बता दें कि सर संघसंचालक मुरादाबाद के एमआईटी के सभागार में जिज्ञासा सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस सत्र में वो सवालों का जवाब दे रहे थे।