जवाद जरीफ बोले की ईरान US परमाणु समझौते में मुख्य भूमिका निभा सकता है भारत
1 min readईरान के विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ ने मुंबई में लंच बैठक में भाग लिया और बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि भारत ईरान परमाणु समझौते के अनुपालन में अमेरिका को वापस लाने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है साथ ही उन्होंने यह भी कहा की हम उस संभावना को अस्वीकार नहीं करेंगे भारत ईरान का बहुत प्रिय मित्र है और अमेरिका के साथ उसके अच्छे संबंध हैं, यह अमेरिका को समझौते की मेज पर आने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है ईरान परमाणु समझौते पर ईरान के विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ ने कहा है कि भारत परमाणु समझौते के अनुपालन में अमेरिका को वापस लाने में मुख्य भूमिका निभा सकता है, अगर भारत ऐसा करता है तो हम उस संभावना को अस्वीकार नहीं करेंगे.
भारत ईरान का बहुत प्रिय मित्र है और अमेरिका के साथ उसके अच्छे संबंध हैं, यह अमेरिका को समझौते की मेज पर आने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है साथ ही उन्होंने भारतीय बैंकों की ईराम में शाखाएं खोलने का भी सुझाव दिया ताकि ईरानी कंपनियां रुपये और रियाल में कारोबार कर सकें. जरीफ ने यह भी कहा कि भारत को ईरान जैसा भरोसेमंद तेल आपूर्तिकर्ता नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अमेरिकी डॉलर के दबदबे को खत्म करने के लिये अपनी-अपनी मुद्राओं में कारोबार करना चाहिए. उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने ईरान पर आर्थिक पाबंदी लगा रखी है.
70 के दशक से अमेरिका डॉलर का कोई विकल्प नहीं है. अमेरिका को अपनी मुद्रास्फीति को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि दुनिया के अन्य देश उसका भुगतान कर रहे हैं. इसका कारण अमेरिकी डॉलर का दबदबा होना है हमारा भारत सरकार के साथ रुपया और ईरानी रियाल के उपयोग को लेकर समझौता है. लेकिन हमें इसे अपने लेन-देन में आर्थिक रूप से व्यवहारिक बनाने की जरूरत है.