जानिए क्या है पूरा मामला, महिला ने रच डाला षड्यंत्र अपना बच्चा बहन को गोद देने के लिए
1 min readबेटा होने पर महिला के घर वालों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मामला तूल पकड़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने पूछताछ की तो बच्चे की असली मां ने सामने आकर अपनी गलती मानी और बच्चे को अपना लिया। अपनी बहन को अपना होने वाला बच्चा गोद देने के लिए महिला ने षड्यंत्र रच डाला। महिला ने अस्पताल के कागजात में अपने नाम की जगह बहन का नाम और पति के नाम की जगह अपने जीजा का नाम लिखवा दिया।
भर्ती होने से लेकर अस्पताल की सभी कागजी प्रक्रिया में उसने अपनी बड़ी बहन रीना और अपने जीजा के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया, ताकि दस्तावेजों के मुताबिक बच्चा उसकी बहन का ही रहे। सोमवार सुबह महिला ने एक लड़के को जन्म दिया। इसके बाद उसने अपनी बहन और जीजा को अस्पताल बुला लिया।
वहीं प्रसव होने की जानकारी जब महिला के पति किशन कुमार को मिली तो उसका पूरा परिवार अस्पताल पहुंच गया और सभी ने पुलिस बुलाकर हंगामा करना शुरू कर दिया। ससुराल पक्ष का कहना था कि कंचन झूठ बोल रही है और यह उसका ही बच्चा है।
महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. दीपा त्यागी ने बताया कि दिल्ली के करावल नगर निवासी कंचन राणा की बड़ी बहन रीना का शादी के 11 साल बाद भी कोई बच्चा नहीं था। इसीलिए उसने अपनी बड़ी बहन की मदद करने के लिए अपने ससुराल वालों को बिना बताए गाजियाबाद के महिला अस्पताल में सोमवार को प्रसव दर्द होने के कारण यहां आकर भर्ती हो गई।
इसके बाद अस्पताल प्रबंधन और पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया। कंचन ने मान लिया कि यह उसका ही बच्चा है। बड़ी बहन को बच्चा गोद देने के लिए उसने यह सारा षड्यंत्र रचा था। गुरुवार को महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।