जामिया फायरिंग में जख्मी हुए छात्र शादाब फारुक बोले
1 min readजामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में घायल हुए यूनिवर्सिटी के छात्र ने इस घटना को ‘अतिराष्ट्रवाद का परिणाम’ करार दिया है.
शादाब फारूक ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि बृहस्पतिवार को जो कुछ हुआ उसे ‘अतिराष्ट्रवाद का नतीजा’ कहा जा सकता है. उसने लिखा, ‘यदि आप इसे एक प्रदर्शन बनाना चाहते हैं तो आप बनाइए. काला झंडा उठाइए, लाल झंडा उठाइए.’ उसने कहा कि इस घटना के लिए अकेले दिल्ली पुलिस को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. जामिया प्रशासन और कुलपति को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
जनसंचार पाठ्यक्रम के छात्र ने इस घटना का ब्योरा दिया और कहा कि जामिया समन्वय समिति ने 30 जनवरी को यूनिवर्सिटी से राजघाट तक गांधी मार्च का आह्वान किया था. उसने लिखा, ‘मैं उसमें शामिल होने वाला था और मार्च के आगे बढ़ने के लिए भीड़ का इंतजार कर रहा था, तभी मैंने देखा कि अचानक एक व्यक्ति हाथ में पिस्तौल लिए होली फैमिली (अस्पताल) की ओर बढ़ रहा है. मैंने देखा वहां मेरे कुछ दोस्त खड़े थे. मैं उसे शांत करने के लिए तत्काल उसकी ओर दौड़ा.’