30 हजार रुपये के लिए पूरे परिवार को मौत के घाट उतार डाला
1 min readदिल्ली के भजनपुरा इलाके में कल एक ही परिवार के पांच लोगों के शव मिले थे. मौके का मुआयना करने के बाद मर्डर केस दर्ज किया गया था. इस मामले में मृतक के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया है, जिसने महज़ 30 हज़ार रुपये के लेनदेन के विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया.
पूर्वी रेंज के ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार के मुताबिक पकड़ा गया आरोपी 28 साल का प्रभु चौधरी है, जो मृतक शंभूनाथ का रिश्तेदार है. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह मृतक के घर के पास ही भजनपुरा में रहता है. उसने शंभूनाथ से 30 हज़ार रुपये उधार लिए थे. यह पैसे वो दे नहीं पा रहा था. इसके चलते शंभूनाथ की पत्नी उसे भला बुरा कहती थी. तीन फरवरी को उसने शंभूनाथ को फोन कर करीब 3:30 बजे लक्ष्मी नगर बुलाया.
शंभूनाथ तो लक्ष्मी नगर पहुंच गए लेकिन प्रभु उसी समय शंभूनाथ के घर पहुंच गया. उसका 30 हज़ार रुपये के लेनदेन को लेकर शंभूनाथ की पत्नी सुनीता से झगड़ा हुआ. इसके बाद उसने लोहे की रॉड और किसी धारदार हथियार से सबसे पहले सुनीता की हत्या की. उसके बाद जब बेटी कोमल आई तो उसकी हत्या कर दी. फिर बेटा सचिन आया तो उसका भी कत्ल कर दिया. आखिर में बेटा शिवम आया तो उसको भी मार दिया.
इसके बाद प्रभु चौधरी ने करीब सात बजे शंभूनाथ को फोन किया. शंभूनाथ के साथ बैठकर उसने भजनपुरा इलाके में ही एक जगह शराब पी. तब शंभूनाथ को ये पता नहीं था कि प्रभु ने उसके परिवार के सभी लोगों का कत्ल कर दिया है. शराब पीने के बाद दोनों एक साथ शंभूनाथ के घर गए और फिर प्रभु ने शंभूनाथ का भी कत्ल कर दिया और घर में ताला लगाकर भाग गया.
पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल के कॉल डिटेल और लोकशन के जरिए प्रभु चौधरी को गिरफ्तार किया. शंभूनाथ के बच्चे भी आखिरी बार तीन फरवरी को ही स्कूल गए थे. आरोपी एक केल्विन नाम के इंस्टीट्यूट में नौकरी करता है और रिश्ते में शंभूनाथ के बच्चों का दूर का मामा लगता है.