इंदौर में मेडिकल टीम पर हमले के बाद पुलिस ने किया। ….
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मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना संदिग्ध की जांच के लिए गई मेडिकल टीम पर हमले के आरोप में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। मेडिकल कर्मचारियों के हमले के बाद पुलिस ने हमला करने वाले लोगों की तलाश शुरू कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वायरल विडियो में शामिल लोगों की पहचान की गई और फिर उनकी गिरफ्तारी की गई है। बिहार समेत कई राज्यों में मेडिकल टीम और पुलिसकर्मियों पर हो चुका है हमला।
दरअसल, बुधवार को इंदौर में एक महिला की जांच करने पहुंचे स्वास्थ विभाग की टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। इंदौर के ताटपट्टी भक्खल में हेल्थ वर्कर कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुए एक शख्स की जांच करने गए थे। लेकिन स्थानीय लोगों ने उल्टे ही उनपर पथराव कर दिया। इस मामले में एक एफआईआर भी दर्ज की गई थी। स्थानीय लोगों का कहना था कि यहां कोई भी कोरोना पीड़ित नहीं है।
टीम की एक महिला डॉक्टर ने बताया था कि हेल्थ विभाग ने उन्हें स्क्रीनिंग के लिए वहां भेजा था। उन्होंने बताया कि हम लोग तीन दिन से वहां रोज जा रहे थे। हम वहां लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं, मरीज को देख रहे थे। हमें एक व्यक्ति के कोरोना कॉन्टैक्ट की हिस्ट्री मिली थी तो हम वहां गए थे। हमलोगों ने जैसे ही पूछना शुरू किया उनलोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि तीन डॉक्टर एएनएम और आशा कार्यकर्ता भी गए थे। साथ में तहसीलदार भी गए थे। पुलिस थी इसलिए हमलोग बचकर आ गए।
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में कई लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी कई मस्जिदों में इसी तरह के जमात की खबरें आ रही हैं। ऐसी ही एक सूचना के आधार पर मंगलवार की देर रात मधुबनी पुलिस तहकीकात करने पहुंची थी। लेकिन मस्जिद में मौजूद लोगों ने पुलिस पर ना सिर्फ पथराव किया बल्कि फायरिंग भी कर दी। तबलीगी जमात समर्थकों के हमले के बाद बीडीओ और थानेदार वहां से जान बचाकर भाग निकले थे। लेकिन हिंसा पर उतारू हमलावरों ने प्रशासन की एक गाड़ी में तोड़फोड़ कर उसे तालाब में गिरा दिया। पुलिस में मामले में कार्रवाई करते हुए 15 लोगों के खिलाफ नामजद FIR करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।