पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता अरुण जेटली का शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे निधन हो गया
1 min readमध्यप्रेदश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।कमलनाथ ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे उच्च कोटि के विधि विशेषज्ञ होने साथ ही एक उत्कृष्ट राजनेता थे और देशहित से जुड़े मुद्दों पर विचारों की स्पष्ट अभिव्यक्ति के कारण पहचाने जाते थे। कमलनाथ ने कहा कि देश ने एक स्पष्टवादी और तार्किक दृष्टिकोण रखने वाला नेता खो दिया है।
कुछ दिन पहले ही अरुण जेटली की तबीयत जानने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आदि ने एम्स में पहुंच कर उनका हाल जाना था। अरुण जेटली बीते कई दिनों से नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें एम्स में लाइफ सपोर्ट पर कई दिनों तक रखा गया था। बता दें कि अरुण जेटली 9 अगस्त से एम्स में भर्ती थे।
गौरतलब है कि मई 2018 में जेटली का अमेरिका में किडनी प्रत्यारोपण हुआ था। इसके बाद जेटली इलाज के लिए अमेरिका भी गए थे। लोकसभा चुनाव में भाग न लेने और मंत्रालय का प्रभार छोड़ने के पीछे तबीयत ही वजह रही। हाालांकि, अरुण जेटली तबीयत खराब के बीच भी ट्विटर पर काफी सक्रिय थे। अरुण जेटली ने खुद ट्विटर पर एक चिट्ठी लिखकर मंत्रिमंडल में शामिल ना होने की जानकारी दी थी।
समय-समय पर विभिन्न मुद्दों पर वह अपने ब्लॉग के जरिए अपनी बातें रखा करते थे और विपक्ष पर निशाना साधते थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि अरुण जेटली के देहावसान से मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने दृढ़ता और गरिमा से अपनी बीमारी का सामना किया। पीएम मोदी ने दूसरे ट्वीट में कहा कि जीवन से भरपूर, बुद्धि से भरपूर, हास्य और करिश्मा की एक महान भावना अरुण जेटली जी को समाज के सभी वर्गों के लोगों ने सराहा।
भारत के संविधान, इतिहास, सार्वजनिक नीति, शासन और प्रशासन के बारे में त्रुटिहीन ज्ञान होने से वह बहुआयामी थे।पीएम मोदी ने कहा कि अरुण जेटली जी एक राजनीतिक दिग्गज थे, जो बौद्धिक और कानूनी रूप से जीवंत थे। वह एक मुखर नेता थे जिन्होंने भारत में स्थायी योगदान दिया। उनका निधन बहुत दुखद है।