मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत देश किसी एक परिवार की विरासत नहीं है
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रायबरेली में कहा कि भारत देश किसी एक परिवार की विरासत नहीं है। स्वतंत्रता को अक्षुण बनाए रखने में देश के अनगिनत सपूतों ने अपने प्राणों का बलिदान तब जाकर स्वतंत्र और अखंड भारत का निर्माण हुआ। मुख्यमंत्री ने देश के एक बड़े राजनैतिक घराने का नाम लिए बगैर उसे नसीहत दी कि राष्ट्र विरोध सासे बड़ा पाप है, क्योंकि जंहा देश ही नहीं रहेगा तो फिर बल वैभव स्वाभिमान और सम्मान का क्या मतला होगा। उन्होंने कहा कि यह परिवार जम्मू-कश्मीर से Article 370 हटाए जाने का विरोध कर रहा है। कश्मीर से Article 370 हटाना भी उसी उद्ददेश्य का एक हिस्सा है। उन्होंने शिवाजी महाराज, गुरु गोबिंद सिंह, महाराणा प्रताप के बलिदानों का जिक्र किया। काकोरी कांड के महानायक राम प्रसाद विस्मिल के बलिदान तथा अमर सेनानी राना बेनी माधव सिंह के संघर्ष का बड़ा ही भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने समिति की पत्रिका अवध केसरी का भी विमोचन किया। समारोह में उन्होंने समाज में अनुकरणीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया। विशिष्ट अतिथि परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेंद्र सिंह यादव ने कारगिल युद्ध के दौरान इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, विधायक सरेनी धीरेंद्र बहादुर सिंह, विधायक बछरावां रामनरेश रावत, विधायक सलोन दल बहादुर कोरी, राना बेनी माधव बख्श सिंह स्मारक समिति के अध्यक्ष इंद्रेश विक्रम सिंह समेत सभी पदाधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि यह परिवार जम्मू-कश्मीर में तिरंगे का विरोध कर रहा है। जिन्हें तिरंगे से परहेज है वे कहते हैं कि कश्मीर से Article 370 नहीं हटाया जाना चाहिए। मैं कहता हूं कि जा भारत देश एक है तो यहां दो विधान नहीं चलेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे अमर स्वाधीनता सेनानियों ने एक भारत और श्रेष्ठ भारत का जो सपना लेकर विदेशी आक्रांताओं और अंग्रजों से लड़े थे, उसी सपने को आगे बढ़ाने का काम हमारे P.M नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।