May 3, 2024

Sarvoday Times

Sarvoday Times News

दुनियाभर में कोरोना महामारी की अभी एक ही दवाई है दो गज की दूरी: PM मोदी

1 min read

कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से करोड़ों मजदूर अपने घरों को वापस लौट आए हैं. अब उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सूबे वापस लौटे मजदूरों को यहां ही काम दिया जा रहा है.

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी सरकार के ‘आत्मनिर्भर यूपी रोजगार अभियान’ की शुरुआत की. प्रदेश सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत करीब सवा करोड़ मजदूरों को रोजगार मिलेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने अपने जीवन में उतार चढ़ाव देखे हैं, सामाजिक जीवन में कई तरह की कठिनाई आती हैं. किसी ने नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक साथ इतना बड़ा संकट आएगा, ऐसा संकट जिसमें चाहकर भी लोग मदद नहीं कर पा रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि हमें नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी, इसकी अभी एक ही दवाई है दो गज की दूरी. हमारी सरकार ने इस बीच गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू किया है, इसी के तहत यूपी आत्मनिर्भर अभियान चल रहा है. पीएम बोले कि योगी जी ने आपदा को अवसर में बदला है, इससे लोगों को काफी लाभ होगा.

संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि संकट के वक्त जो साहस दिखाता है, उसे ही सफलता मिलती है. आज जब दुनिया में कोरोना का संकट है, उसमें यूपी ने साहस दिखाया है उसकी तारीफ हो रही है. योगी सरकार का शानदार काम आने वाली पीढ़ियां काम करेंगी. पीएम मोदी ने कहा कि यूपी पर इसलिए भी ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यूपी कई देशों से बड़ा है.

पीएम ने कहा कि यूरोप के अगर इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन को देखें तो इनका दुनिया में दबदबा है. अगर चारों देशों की कुल जनसंख्या को जोड़ दें तो इनकी जनसंख्या 24 करोड़ है. यहां अकेले यूपी की संख्या 24 करोड़ है. लेकिन इन चार देशों में मिलाकर एक लाख तीस हजार लोगों की मौत हो गई है, लेकिन यूपी में सिर्फ 600 लोगों की जान गई है.

संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका के पास सबकुछ है, लेकिन फिर भी वो कोरोना से काफी हदतक प्रभावित है. अमेरिका की जनसंख्या 33 करोड़ है, वहां अबतक 1 लाख 25 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. अगर यूपी में हालात नहीं संभाले जाते तो प्रदेश में 85 हजार लोगों की जान चली जाती.

पीएम मोदी ने कहा कि एक दिन था जब इलाहाबाद के सांसद देश के प्रधानमंत्री थे और कुंभ के मेले में भगदड़ मची थी. तो हजारों लोग मारे गए थे, तब सरकार ने मरने वालों की संख्या छुपाने में सारा जोर लगा दिया था.

पीएम ने कहा कि यूपी सरकार ने रिस्क उठाते हुए लाखों मजदूरों को वापस बुलाया. PM ने कहा कि अगर पहले की सरकारें होतीं तो अस्पताल की संख्या का बहाना बना देती.

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि जब सीएम योगी के पिता का देहांत हुआ तो वो अपने परिवार के पास नहीं गए, बल्कि प्रदेश की सेवा में जुटे रहे.

आज यूपी में 60 हजार निगरानी समिति को बना दिया, ताकि लोग जुड़कर काम कर सकें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज यूपी सरकार ने लाखों मजदूरों को पैसा दिया है, महिलाओं के खाते में पैसा भिजवाया है.

इस अभियान को लॉन्च करने के दौरान पीएम मोदी ने कई मजदूरों के साथ संवाद किया. पीएम मोदी ने गोंडा की विनिता से बात की, इस दौरान विनिता ने बताया कि उन्होंने कई महिलाओं के साथ मिलकर एक समूह बनाया है. हमें प्रशासन की ओर से सूचना मिली थी जिसके बाद हमने ये काम शुरू किया. इसी के बाद नर्सरी शुरू की और अब एक साल में 6 लाख रुपये की बचत होती है.

इसके अलावा पीएम मोदी ने बहराइच के तिलकराम से बात की, जो खेती करते हैं. पीएम ने कहा कि पीछे बहुत बड़ा मकान बन रहा है, इसके बाद किसान ने कहा कि ये आपका ही है. ये आवास योजना से हमें फायदा मिला. तिलकराम ने बताया कि पहले झोपड़ी में थे लेकिन अब मकान बन रहा है तो परिवार काफी खुश हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको मकान मिला है, लेकिन मुझे क्या दोगे. जवाब में किसान ने कहा कि हम दुआ करते हैं कि आप पूरी जिंदगी पीएम रहें. पीएम मोदी ने कहा कि आप हर साल मुझे चिट्ठी लिखें और बच्चों की पढ़ाई के बारे में बताएं.

पीएम मोदी ने कुर्बान अली से पूछा कि इस बार मुंबई से वापस आकर रमजान घर में मनाया होगा, हालांकि मजदूर ने कहा कि वह कुछ ही दिन यहां बिता पाए. कुर्बान अली ने बताया कि हमें गांव में ही राजमिस्त्री का काम मिल गया है.

पीएम मोदी ने गोरखपुर के एक व्यक्ति से बात की, उन्होंने कहा कि आप अहमदाबाद में थे जो मेरा घर है. पीएम मोदी ने कहा कि अहमदाबाद तो बढ़िया है, वापस क्यों आ गए.

जवाब में मजदूर ने कहा कि कंपनी ही बंद हो गई थी, अब गोरखपुर आकर उन्होंने डेयरी खोलने के लिए लोन लिया है. संतकबीर नगर एक व्यक्ति से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग नीचे से शुरू करते हैं, वो आगे बढ़ते हैं. जिनको विरासत में मिलता है, वो तो लुढ़क जाते हैं.

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संकट में देश को पीएम मोदी ने देश को मंत्र दिया. अब कामगार और श्रमिकों के लिए जिन योजनाओं को आगे बढ़ाने का मार्गदर्शन दिया था, अब रोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है.

यूपी सीएम ने कहा कि हमने प्रदेश में जितने भी प्रवासी श्रमिक आए हैं, 18 साल से कम बच्चों को छोड़कर लगभग 30 लाख मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है. इससे इन मजदूरों को काम देने में आसानी मिलेगी.

प्रदेश सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत प्रदेश लौटे करीब सवा करोड़ मजदूरों को अलग-अलग क्षेत्र में रोजगार मिलेगा. इसके तहत 25 अलग-अलग योजनाओं को एक जगह समाहित किया गया है, ताकि मजदूरों को काम उपलब्ध कराया जा सके.

बता दें कि यूपी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान कई बड़ी कंपनियों से MoU साइन किया था, जिसका मकसद प्रवासी मजदूरों को उनके जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराना था.

आपको बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों से उत्तर प्रदेश में करीब 20 लाख से अधिक मजदूर वापस आए हैं. अब सरकार की ओर से कोशिश की जा रही है कि अधिकतर मजदूरों को प्रदेश में ही रोजगार दिया जाए.

loading...

You may have missed

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.