घर पर रहने की परतिक्रिया योजना से कतर्निया में बढ़ेगा इको टूरिज्म, वनवासियों के जीवन में भी आएगी खुशहाली:
1 min readघना वन और स्वच्छ जलराशि से भरी नदियों मनोहारी वन्यजीवों व पक्षियों से गुंजायमान कतर्निया जंगल जैव विविधता के मामले में प्रदेश में अव्वल है। ऐसे में इको टूरिज्म को बढ़ावा देकर वनवासियों के जीवन में खुशहाली लाने की मुहिम छेड़ी जाएगी इसके लिए आगामी सत्र में होम स्टे योजना को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है इसके साथ साथ ही बोटिंग व जंगल सफारी को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि पर्यटक दुर्लभ वन्यजीवों पक्षियों पेड़-पौधों के दीदार करने के साथ साथ ही स्थानीय संस्कृति से भी अवगत हो सकें
हिमालय की तलहटी में आबाद कतर्निया वन्यजीव प्रभाग केवल बाघ के लिए ही नहीं अब हाथी, गैंडा, तेंदुआ, चीतल, अजगर के साथ ही सैकड़ों प्रजातियों के पक्षी भी विचरण करते हैं यहां औषधीय पाैधों की भी भरमार है यही कारण है कि वन्यजीव प्रेमी कतर्निया जंगल के दीदार को लालायित रहते हैं इन पर्यटकों को जंगल के आसपास के गांवों में ठहरने के लिए होम स्टे योजना बनाई गई है यहां आने वाले पर्यटकों को गेरुई नदी में सुलभ बोटिंग को और भी आकर्षक बनाया जाएगा इसके साथ सैलानियों को जंगल सफारी का लुत्फ उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा
प्रभागीय वनाधिकारी जीपी सिंह का कहना है कि होम स्टे योजना को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी शंभु कुमार की अध्यक्षता में समिति गठित है।समिति में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अयोध्या पुलिस अधीक्षक एवं प्रभागीय वनाधिकारी शामिल हैं इस योजना के तहत अब तक कारीकोट एवं बरखड़िया के एक-एक गृह स्वामियों ने रजिस्ट्रेशन करा के रखा गया है यहां पर्यटकों के लिए आवास के साथ भोजन की सुविधा सुलभ है। उम्मीद जताई जा रही है कि पर्यटन का नया सत्र शुरू
होने पर यह संख्या बढ़ेगी
जिलाधिकारी शुभ कुमार ने बताया कि घर पे रहे योजना से पर्यटक स्थानीय संस्कृति एवं खानपान से भी परिचित हो सकेंगे उन्हें सस्ता पर्यटन सुलभ होगा स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ने से वनवासियों के जीवन में होगी खुशहाली |