पाकिस्तानी सेना की आलोचना करना पड़ा भारी, पोक के ‘प्रधानमंत्री’ राजा फारूक पर राजद्रोह का केस:-
1 min readपाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पोक ) के प्रधानमंत्री राजा फारूक को पाकिस्तानी सेना की आलोचना करना पड़ा भारी पड़ गया है। पाकिस्तान सरकार ने पीओके के कथित प्रधानमंत्री राजा फारूक के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। उन पर पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के साथ मिलकर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ गतिविधियां चलाने का आरोप लगाया गया है।
इमरान सरकार के इस करतूत की विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है। उधर, इमरान ने दावा किया है कि उन्हें इस एफआईआर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इससे पहले पाकिस्तानी सेना की पोल खोल रहे नवाज शरीफ के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक नवाज शरीफ के खिलाफ लाहौर में यह मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि नवाज शरीफ ने लंदन में भड़काऊ भाषण देकर पाकिस्तान के प्रतिष्ठित संस्थानों के खिलाफ साजिश रची।
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एफआईआर में कहा गया है कि नवाज शरीफ के इन भाषणों का मकसद पाकिस्तान को गुंदागर्दी करने वाला राज्य घोषित करना है। इससे एक दिन पहले ही नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन (रिटायर) मुहम्मद सफदर के खिलाफ भी राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था। उनके ऊपर देश और संस्थानों के खिलाफ लोगों को भड़काने का आरोप लगा था।
भारत नवाज शरीफ की मदद कर रहे: इमरान खान
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया था कि भारत पाकिस्तानी सेना को कमजोर करने के लिए नवाज शरीफ की मदद कर रहा है। इमरान ने कहा कि नवाज शरीफ सेना पर राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाकर एक खतरनाक खेल खेल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान के इतिहास में इस समय सेना और सरकार के बीच सबसे अच्छे संबंध हैं। इमरान का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब उन्होंने राजनीति में हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार को लेकर सेना के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
इमरान खान ने पाकिस्तान के एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘नवाजब शरीफ एक खतरनाक खेल खेल रहे हैं। अल्ताफ हुसैन ने भी इसी तरह का खेल खेला था। मुझे 100 फीसदी विश्वास है कि भारत पीएमएल एन नेता नवाज शरीफ की मदद कर रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘अगर हमारी सेना कमजोर होती है तो यह किसके हित में है।’ इमरान ने कहा कि कुछ मूर्ख उदारवादी हैं जो नवाज शरीफ के बयान से सहमत हैं।