ड्रग्स की ओवरडोज से महिला डॉक्टर की मौत,
1 min readपुलिस के मुताबिक, मूल रूप से कोटा राजस्थान निवासी ओंकार लाल मोतिस (65) ने बताया कि उन्होंने अपनी छोटी बेटी की शादी मूल रूप से मथुरा निवासी डॉ. शिखर मोर के साथ 11 मई 2018 में की थी। शादी के बाद से ही उनकी बेटी के साथ मारपीट होने लगी थी। शादी के बाद सोनम को पता लगा कि शिखर नशा करता है व सोनम को भी नशा करने का दबाव देता है। ऐसा न करने पर उसके साथ मारपीट करता। अप्रैल महीने में उनकी बेटी की हालत खराब होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
सास-ससुर ने भी की मारपीट
आरोप लगाया कि दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन स्थित घर पर शिखर नशा कर रहा था जिसका विरोध करने पर सोनम के साथ मारपीट की। इस पर सास सरिता ने सोनम के पिता को बुला लिया और उसे कोटा भेज दिया। जून महीने में सोनम वापस शिखर के घर आई जहां से वह परिवार सहित शिखर के पैतृक घर कोलकाता चली गई। कोलकाता में भी उसके साथ मारपीट की गई। इस दौरान सोनम के पैर में फ्रेक्चर हो गया था।
वापस लौटने पर शिखर ने घर छोड़ा
सितंबर 2019 में पैर ठीक होने पर एम्स अस्पताल में जब ड्यूटी ज्वाइन की तो शिखर ने अपना घर छोड़ दिया। शिखर अस्पताल के हॉस्टल में रहने लगा और उसे घर से निकाल दिया। सोनम ने एम्स में नौकरी छोड़ दी और गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में नौकरी ज्वाइन कर ली और गुरुग्राम के सेक्टर-43 के एक फ्लैट में रहने लगी।
फोन करने पर हुआ खुलासा
सोनम के पिता ने 18 नवंबर को फोन किया। फोन नहीं उठाने पर उन्होंने फ्लैट के सुरक्षाकर्मी को फोन किया। इस पर उन्हें पता लगा कि सुबह से ही सोनम के फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद है। इस पर उन्होंने देखा तो सोनम बेसुध अवस्था में पलंग के नीचे पड़ी है और कुछ इंजेक्शन पड़े हैं। सुरक्षाकर्मी ने सोनम के पिता, मकान मालिक व पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचने के बाद जब शिखर को फोन किया तो वह आने से मना कर दिया।
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