सत्यपाल मलिक गोवा के पोन्डा में द्वितिय आदिवासी विद्यार्थी सम्मेलन कार्यक्रम में पहुंचे
1 min readअपने विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले गोवा (Goa) के गर्वनर सत्यपाल मलिक (Governor Satya Pal Malik) एक बार फिर सुर्खियों में आए हैं. इस बार उन्होंने शहर के युवाओं को टारगेट करते हुए कहा कि शहरों के जो ग्लैक्सो बेबी या कहें कि ‘जो बड़े घरों के बच्चे हैं वो किसी काम के नहीं हैं’. सत्यपाल मलिक गुरुवार को साउथ गोवा के पोन्डा में द्वितिय आदिवासी विद्यार्थी सम्मेलन (Tribal Student’s Convocation) कार्यक्रम में पहुंचे थे. छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बयान दिया.
उन्होंने कहा कि अभी पूरे देश मे राम मंदिर के भव्य निमार्ण की बहस चल रही है. रोज मैं बड़े-बड़े संतो और महात्मा के भाषण सुनता हूं. लेकिन मैं इनको ज्ञानी नहीं मानता. जब वो बताते हैं कि कैसा मंदिर होगा तो कहते हैं कि नीचे रामलला की मूर्ति होगी और ऊपर राम दरबार होगा. किसी की जबान से मैंने नहीं सुना कि उस मंदिर में केवट की भी मूर्ति होगी, कि उस मंदिर में सबरी की भी मूर्ति होगी. जब माता सीता का अपहरण हुआ तो एक सैनिक अयोध्या से माता सीता की मदद करने के लिए नहीं आया था.
जब भगवान राम चलते हैं और श्रीलंका पहुंचते हैं तो सारे रास्ते सिर्फ आदिवासी ही आदिवासी होते हैं और सिर्फ छोटी जातियों के लोग उनके साथ रहते हैं. रास्ते भर राम की मदद केवट, सबरी, हनुमान जी ही करते हैं. कोई एक आदमी हमको बता दे जो उच्च वर्ग का उनके साथ लड़ा हो. आदिवासियों के बच्चे में पैत्रिक गुण होता है. इनमें लड़ाई के और काम्पिटिशन के जींस है. इसको जागृत करिए. सपना देखिये कि आप कितनी दूर तक जा सकते हैं.