May 3, 2024

Sarvoday Times

Sarvoday Times News

आइए पंचांग से जानें आज 18 अक्टूबर का शुभ और अशुभ मुहूर्त

1 min read

आज 18 अक्टूबर है.आज आश्विन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी है. प्रत्येक चन्द्र मास की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखने का विधान है. यह व्रत कृष्ण और शुक्ल दोनों पक्षों में रखा जाता है.

त्रयोदशी को भगवान शिव की अराधना फलदायक होती है. मान्यता के अनुसार प्रदोष काल में भगवान भोलेनाथ कैलाश पर्वत पर प्रसन्न मुद्रा में नृत्य करते हैं.

त्रयोदशी तिथि में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का नियम पूर्वक पालन करने वाले श्रद्धालु उपवास करते हैं. यह उपवास श्रद्धालु को धर्म, मोक्ष से जोड़ने वाला और अर्थ, काम के बंधनों से मुक्त करने वाला होता है.

आज सोमवार है. सोमवार को देवाधिदेव महादेव की पूजा की जाती है. कुछ लोग प्रत्येक सोमवार को व्रत रखते हैं. सोमवार के दिन व्रत रखने से भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होते हैं और राह में आने वाली हर बाधाओं को दूर करते है.

सोमवार के दिन स्नान करने के बाद 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से सारे मनोकामना पूर्ण होती है. सोमवार के दिन शिव की पूजा में बिल्व पत्र, अक्षत, चंदन,

धतूरा और आंकड़े का फूल चढ़ाए जाते हैं. इससे भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते है. आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी रहेगी आज ग्रहों की चाल.

आज की तिथि – आश्विन शुक्ल त्रयोदशी
आज का नक्षत्र – पूर्वाभाद्रपद
आज का करण – कौलव
आज का पक्ष – शुक्ल
आज का योग – ध्रुव
आज का वार – सोमवार

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 6:37:00
सूर्यास्त – 06:11:00
चन्द्रोदय – 16:51:00
चन्द्रास्त – 29:00:00
चन्द्र राशि – मीन

हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1943 प्लव
विक्रम सम्वत – 2078
काली सम्वत – 5122
दिन काल – 11:25:36
मास अमांत – आश्विन
मास पूर्णिमांत – आश्विन
शुभ समय – 11:43:18 से 12:29:01 तक

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त – 12:29:01 से 13:14:43 तक, 14:46:08 से 15:31:50 तक
कुलिक – 14:46:08 से 15:31:50 तक
कंटक – 08:40:29 से 09:26:11 तक
राहु काल – 08:04 से 09:31 तक
कालवेला / अर्द्धयाम – 10:11:54 से 10:57:36 तक
यमघण्ट – 11:43:18 से 12:29:01 तक
यमगण्ड – 10:40:28 से 12:06:10 तक
गुलिक काल – 13:51 से 15:18 तक

loading...

You may have missed

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.