साल के बजट के दौरान सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी किया
1 min readसरकार ने व्यापार घाटा और चालू खाते के घाटे पर सोने के आयात के नकारात्मक प्रभाव कम करने के लिये इस साल के बजट में पीली धातु पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी किया. उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार क्षेत्र में काम कर रही कंपनियां ज्यादा शुल्क के कारण अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स पड़ोसी देशों में स्थानांतरित कर रही हैं.
सोने के आयात में कमी से वित्त वर्ष 2019-20 में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान व्यापार घाटा 94.72 अरब डॉलर रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 116.15 अरब डॉलर था. सोने के आयात में इस साल जुलाई से ही नकारात्मक वृद्धि है. हालांकि अक्टूबर में यह करीब 5 फीसदी बढ़कर 1.84 अरब डॉलर रहा. भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है. इस आयात के जरिये आभूषण उद्योग की मांग को पूरा किया जाता है. मात्रा के हिसाब से देश में सोने का सालाना 800 से 900 टन आयात होता है.
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने आयात शुल्क में कमी की मांग की है. GJEPC ने आयात शुल्क में 4 फीसदी की कटौती करने के लिए कहा था. रत्न एवं आभूषण निर्यात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान करीब 2 फीसदी घटकर 18.3 अरब डॉलर रहा. देश में सोने का आयात पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में करीब 3 फीसदी घटकर 32.8 अरब डॉलर रहा.