खबर महाराष्ट्र से :- एनसीपी और कांग्रेस के बीच विवाद होने के वजह से विधानसभा अध्यक्ष के चयन में देर हुई !
1 min readएनसीपी और कांग्रेस के बीच भले ही हर तरह के समझौते की बात कही जा रही हो लेकिन अंदरखाने अभी भी बहुत कुछ चल रहा है. कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि गुरुवार को हुई बैठक में भी सभी पार्टियों ने गृह, शहरी विकास, राजस्व, हाउसिंग एंड कोऑपरेशन मंत्रालयों पर अपना दावा ठोका है. बताया जाता है कि राज्य के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने स्पीकर का पद लेने से इनकार कर दिया है. इसके बाद कांग्रेस ने डिप्टी सीएम और एक अतिरिक्त मंत्री पद की मांग रखी थी.
गठबंधन के समझौते के तहत उपमुख्यमंत्री का पद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को दिया जाना तय हुआ था. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उपमुख्यमंत्री पद को लेकर एनसीपी और कांग्रेस के बीच मनमुटाव बढ़ गया है. ऐसे में दोनों पार्टियों को खुश करने के लिए दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं. पहले खबर थी कि एनसीपी नेता अजित पवार उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं.
उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के महाराष्ट्र विकास अघाडी गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के दो-दो मंत्रियों ने भी शपथ ली.
शिवसेना की ओर से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई तो एनसीपी से जयंत पाटिल और छगन भुजबल ने भी मंत्री पद की शपथ ली. वहीं कांग्रेस की तरफ से महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बाला साहब थोराट और नितिन राउत ने उद्धव कैबिनेट के मंत्री के रूप में शपथ ली. मुंबई के शिवाजी पार्क में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस मौके पर तीनों दलों के वरिष्ठ नेता और हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे.