किम ट्रंप में से किसी एक को अपनाना होगा लचीला रुख नहीं तो बेनतीजा रहेंगी भविष्य की बैठकें
1 min readबोल्टन को हटाते हुए ट्रंप ने जो ट्वीट किया उसमें कहा गया था कि बोल्टन उनके पसंदीदा थे, लेकिन उन्होंने कई बड़ी गलतियां की। उन्होंने किम के लिए गद्दाफी मॉडल को सही बताया था। यह हाल तब था जब अमेरिका और उत्तर कोरिया लगातार एक दूसरे के संपर्क में थे और आगे बढ़ने की कोशिश भी कर रहे थे।
अमेरिका उन्हें बातचीत में उलझाकर केवल समय बर्बाद कर रहा है। इन परिक्षणों को लेकर अमेरिका ने भी काफी नाराजगी व्यक्त की थी। अमेरिका का कहना था कि किम नासमझी न दिखाएं। उत्तर कोरिया के मसले पर कुछ यूरोपीय देशों और यूएनएससी सदस्यों ने आपात बैठक बुलाने की भी अपील की है। इसको लेकर उत्तर कोरिया ने कड़ी नाराजगी भी जाहिर की है।
अमेरिका ने उत्तर कोरिया को चेतावनी भी दी है कि वह कोई गलत कदम न उठाए। दोनेां देशों के बीच जो मुद्दे हमेशा से ही विवाद की वजह बने हुए हैं वह अब भी जस के तस बने हुए हैं। उत्तर कोरिया ने कहा है कि 31 दिसंबर तक अमेरिका उस पर लगे प्रतिबंधों में छूट का कोई प्रस्ताव दे। ऐसा नहीं होने पर वह परमाणु समझौते पर आगे कोई बातचीत नहीं करेगा।
ट्रंप ने जबसे राष्ट्रपति का पदभार संभाला है तभी से उत्तर कोरिया को लेकर उनका रुख काफी लचीला रहा है। उन्होंने हर बार किम से दोस्ती करने की बात कही है। उत्तर कोरिया से समझौता करनाा उनके कार्यकाल का बड़ा मुद्दा है और अपने इस कार्यकाल में वह इसको अंजाम तक पहुंचाना भी चाहते हैं।