जानिए- क्या है CAA? क्यों इस बिल से मचा देश में बवाल .
1 min readराष्ट्रपति द्वारा इस विधेयक को 12 दिसंबर को मंजूरी भी दे दी गई। मोदी सरकार और उसके समर्थक जहां इसे ऐतिहासिक कदम बता रहे हैं, वहीं विपक्ष, मुस्लिम संगठन द्वारा इसका विरोध किया जा रहा हैं। हालांकि, इस बिल को लेकर कई विश्वविद्यालयों में छात्र भी विरोध प्रदर्शन करने लगें, लेकिन जामिया मिलिया इस्लामिया में शुरू हुआ विरोध संघर्ष में बदल गया। जहां इसके बाद तो पूरे देश में काफी सारी विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
राष्ट्रीय राजधानी ठप पड़ गई। जामिया मिलिया इस्लामिया बवाल के बाद दिल्ली के कई और इलाकों में उपद्रवियों ने हंगामा मचाया। इनमें सीलमपुर और जाफराबाद इलाकों में पुलिस पर भारी पत्थरबाजी की गई। इससे पहले भी झड़पें हुईं और सार्वजनिक बसों में आग तक लगाई गई। वहीं, गुरुवार को भी दिल्ली में प्रदर्शन चल रहा है। कई इलाकों में धारा 144 लगाई गई और इंटरनेट भी बंद है।
CAA नागरिकता संशोधन कानून , 2019, अल्पसंख्यकों (गैर-मुस्लिम) के लिए भारतीय नागरिकता देने का रास्ता खोलता है। इस कानून से भारत के किसी भी धर्म के शख्स की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी। ये कानून सिर्फ पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहने वाले शोषित लोगों को भारत की नागरिकता हासिल करने की राह आसान करता है .
CAA में छह गैर-मुस्लिम समुदायों – हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी से संबंधित अल्पसंख्यक शामिल हैं। इन्हें भारतीय नागरिकता तब मिलेगी जब वे 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश कर गए हों।