पढ़ाई से ज्यादा गर्ल्स हॉस्टल के चक्कर ज्यादा लगाते थे गजल सम्राट जगजीत सिंह
1 min readगजल सम्राट जगजीत सिंह का पढ़ाई में तो मन नहीं लगता था अलबत्ता गर्ल्स हॉस्टल के चक्कर लगाना वो नहीं भूलते थे।
नई दिल्ली। ‘चिटठी न कोई संदेश, जाने वो कौन सा देस जहां तुम चले गए’। ये उस गीत की पंक्तियां हैं जिसको मशहूर गायक जगजीत सिंह ने आवाज दी थी। यूं तो ये गीत उनके बेटे की आकस्मिक मौत के काफी समय बाद उन्होंने गाया था। इस गीत के जरिये उनका वो दर्द भी सामने आया था जो उन्हें अपने बेटे को खोने से मिला था। लेकिन, अब जबकि खुद जगजीत इस दुनिया से विदा ले चुके हैं तो उनके चाहने वालों के लिए ये पक्तियां उन्हें एक श्रद्धांजलि की तरह ही हैं।
जगजीत सिंह को यूं ही गजल सम्राट नहीं कहा जाता है। ये उपाधि उन्हें इस वजह से मिली थी कि क्योंकि उनकी ही बदौलत गजल आम आदमी तक पहुंच सकी। उससे पहले गजल उर्दू जानने वालों तक ही सीमित थी। उन्होंने गजलों को उस अंदाज में पेश किया जो सुनने वालों के दिलों तक उतरती चली गई। गजलों और उनके संगीत को लेकर भी जगजीत सिंह ने कई तरह के प्रयोग किए। गजलों में इंडियन और वेस्टर्न म्यूजिक की मौजूदगी के साथ उनकी महकती आवाज ने कई गीतों और गजलों को भी अमर कर दिया।