उत्तर प्रदेश: लड़की कहती है वह बालिग है, अपनी मर्जी से घर बसाया था
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उसने अपनी मर्जी से घर बसाया था। जिससे उसने प्यार किया था उसे दुराचार में जेल भेज दिया गया। पुलिस ने घरवालों से मिलकर उसे नाबालिग बना दिया। लड़की कहती है वह बालिग है। वह अपने घर नहीं जाना चाहती है। कोर्ट में भी उसने यही बयान दिया। इसी आधार पर उसे बाल संरक्षण गृह कानपुर भेजा जा रहा है। मामला आगरा के सिकंदरा क्षेत्र का है। जुलाई में अपने प्रेमी के साथ चली गई थी दिल्ली में रहने लगी। घरवालों ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। आरोप लगाया कि जो लड़का ले गया है वह पहले भी दुराचार के मुकदमे में जेल जा चुका है। पुलिस ने दबिश दी तो लड़के के घरवाले दहशत में आ गए। वह बालिग है। 20 साल की है। जब उसने घरवालों की बात नहीं मानी तो उसे नाबालिग बना दिया गया। पुलिस ने यह कैसे किया इसकी जांच होनी चाहिए। उसके कोर्ट में बयान हुए। पुलिस उसके घरवालों से मिली हुई थी। वहीं सिकंदरा पुलिस ने बताया कि लड़की को दिल्ली से बरामद किया गया। लड़की नाबालिग थी। उसका मेडिकल कराया गया। कोर्ट में बयान कराए। दुराचार की धारा बढ़ाई गई। लड़के को जेल भेजा गया। उसने परिजनों के साथ जाने से साफ इनकार कर दिया। परिजनों के कहने पर पुलिस ने उस पर दबाव बनाया कि वह दुराचार का आरोप लगाए। उसने इनकार कर दिया। उसने शादी की थी।