बांग्लादेश के खिलाफ पहले डे-नाइट टेस्ट में अपनी तैयारियों के बारे में बताया
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भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कोलकाता में होने जा रहे बांग्लादेश के खिलाफ पहले डे-नाइट टेस्ट में अपनी तैयारियों के बारे में बताया है। शमी ने कहा कि दिन रात के टेस्ट में बल्लेबाजों को चकमा देने के लिए वह गेंद की लेंथ में बदलाव करते रहेंगे। शानदार फॉर्म में चल रहे शमी ने इंदौर में पहले टेस्ट में सात विकेट लिए थे। उन्होंने पहली पारी में 27 रन देकर तीन विकेट लिए थे और दूसरी पारी में 31 रन देकर चार बल्लेबाजों को पविलियन भेजा था। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच के लिए वह चीजों को सिंपल रखना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि गेंदबाजों को विकेट पर नजरें बनाए रखनी होगी। पिच धीमी होने पर मुझे अतिरिक्त प्रयास करने होंगे और जब बल्लेबाज असहज नजर आए तो दबाव बनाना होगा । लैंग्थ में बदलाव करते रहने होंगे।’ इस बीच भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर ने इंदौर टेस्ट में दोहरा शतक जमाने वाले मयंक अग्रवाल को चेताया है कि बांग्लादेशी टीम आने वाले मैचों में उनके सामने बेहतर तैयारी के साथ उतरेगी ।
22 नवंबर से भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान पर सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा। भारत और बांग्लादेश दोनों टीमों का गुलाबी गेंद से यह पहला टेस्ट होगा। भारतीय टीम के इस ऐतिहासिक मुकाबले के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने विराट कोहली से बात करने के बाद इस मैच को डे-नाइट टेस्ट कराने का फैसला किया। बांग्लादेशी क्रिकेट बोर्ड भी इसके लिए राजी हो गया।
इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच को यादगार बनाने के लिए क्रिकेट बोर्ड की ओर से काफी तैयारी की गई है। यह गुलाबी गुब्बारा इस टेस्ट मैच के लिए ही लगाया गया है।ईडन गार्डंस के पिच क्यूरेटर सुजान मुखर्जी का कहना है पांच दिनों तक पिंक बॉल कैसे बर्ताव करेंगी यह काफी हद तक पिच के स्वभाव पर निर्भर करेगा। शमी ने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट का मजा ले रहे हैं। यह उसका पहला साल है और उम्मीद है कि वह आगामी सत्र में भी लय कायम रखेगी लेकिन अब विरोधी टीम उसके खिलाफ अधिक तैयारी के साथ उतरेगी ।’
भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि भारत के पास मुकम्मिल गेंदबाजी आक्रमण है। उन्होंने कहा कि कुछ टीमों के पास अच्छे तेज गेंदबाज और कुछ के पास अच्छे स्पिनर हैं, लेकिन भारत के पास दो अच्छे स्पिनर और तीन अच्छे तेज गेंदबाज हैं। जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार तो खेल भी नहीं रहे हैं यानी कुल मिलाकर आठ अच्छे गेंदबाज हैं और यही वजह है कि पिछले दो साल में भारत ने कई बार टीमों को आल आउट किया है।’
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