विदेशी बाजारों में धाक जमाएगा भारत का फर्नीचर,
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- 71 हजार करोड़ रुपये के भारत से निर्यात की हैं संभावनाएं, लेकिन हो रहा है सिर्फ 2,800 करोड़
- फर्नीचर के निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए निर्यात संवर्धन परिषद की पहचान करेगा डीजीएफटी
- भारत में पांच अरब डॉलर का है फर्नीचर उद्योग, 3.5 लाख लोगों को मिलता है इससे रोजगार
अब भारत का फर्नीचर जल्द ही विदशी बाजारों में भी अपनी धाक जमाता नजर आएगा। दरअसल सरकार फर्नीचर के निर्यात को लेकर खासी गंभीर है। वाणिज्य मंत्रालय ने अपनी विदेश व्यापार इकाई डीजीएफटी को एक निर्यात संवर्धन परिषद की पहचान करने के लिए कहा है, जो भारत से फर्नीचर के निर्यात को प्रोत्साहन देने की दिशा में काम कर सके। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) देश के आयात और निर्यात से जुड़े मुद्दों से संबंधित नीतियों पर गौर करता है।
भारतीय निर्यात संवर्धन परिषद के चेयरमैन मोहित सिंगला ने 24 अक्तूबर को वाणिज्य मंत्रालय द्वारा बुलाई गई बैठक में भारत से फर्नीचर के निर्यात को प्रोत्साहन देने के मुद्दे को उठाया था। एक अधिकारी ने कहा कि बैठक में मशीन निर्मित फर्नीचर के निर्यात की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
बैठक में कहा गया कि भारत से फर्नीचर के निर्यात को 10 अरब डॉलर (71 हजार करोड़ रुपये) तक बढ़ाने की संभावना हैं, जो फिलहाल 40 करोड़ डॉलर (2,800 करोड़ रुपये) के स्तर पर है। वर्तमान में फर्नीचर का निर्यात तीन अलग-अलग निर्यात संवर्धन परिषदों के दायरे में आता है, जो फर्नीचर के प्रकार पर निर्भर है। सरकार देश से निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए तीन सेक्टर केंद्रित परिषदों को वित्तपोषण करती है।
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