एनसीपी के प्रमुख शरद पावर ने बोला की मुझे मालूम है की बीजेपी के फडणवीस और अजीत में वार्तालाप हो रही है .
1 min read
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रहित में एक-दूसरे का सहयोग और समर्थन करने की बात की थी. लेकिन पीएम मोदी ने न तो मुझे भारत के राष्ट्रपति के पद की पेशकश की और न ही मेरी बेटी सुप्रिया सुले के लिए कैबिनेट पद की पेशकश की. हालांकि उन्होंने मुझसे यह कहा था कि वह अच्छा काम कर रही हैं.

अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस बातचीत कर रहे थे, पर ये अटकलें गलत हैं कि मुझे अजीत के उठाए राजनीतिक कदम के विचारों में भी पता था।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री का कहना है कि उन्होंने हिंदुत्व की पैरोकार शिवसेना के साथ गठबंधन के बारे में कभी नहीं सोचा था।पर साथ ही कहा, ‘हमारे लिए (BJP) बराबरी की तुलना में शिवसेना के साथ काम करना कठिन नहीं था।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमें पता था कि चुनावपूर्व गठबंधन के घटक दलों (शिवसेना-भाजपा) में गंभीर मतभेद पैदा हो गए हैं और आपसी सहमति का सम्मान नहीं किया जा रहा था। शिवसेना नाखुश थी और हम घटनाक्रम पर नजर रखे हुए थे।’ हालांकि पवार ने यह नहीं बताया कि वह किस आपसी सहमति का जिक्र कर रहे थे।
शरद पवार से जब शिवसेना के साथ गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्ककहना यह है कि चुनाव के बाद ही इस बारे में सभी बातें शुरू हुईं. शरद पवार का कहना है कि चुनाव से पहले शिवसेना के साथ गठबंधन के बारे में कभी नहीं सोचा था. चुनाव के बाद ही शिवसेना के साथ बातें शुरू हुईं. उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ काम करना बीजेपी के साथ काम करने से ज्यादा आसान है.